- भवन निर्माण विभाग के पेटी कॉन्ट्रैक्ट को लेकर विवाद में दिया गया गोलीकांड को अंजाम
- घटना का मास्टरमाइंड सुगौली का अविनाश सिंह, जितेन्द्र को रास्ते से हटाने के लिए रची थी साजिश
- घटना के दिन दो बाइक पर सवार हो आए थे चार हमलावर, अविनाश भी था इसमें शामिल
- दो पिस्टल, सात कारतूस, तीन मोबाइल व एक बाइक जब्त
- एसपी ने प्रेस वार्ता कर इस साजिश पर से हटाया पर्दा, एक लाइनर की हो रही शिनाख्त
- घटना में शामिल मुकेश सिंह रेप व आर्म्स एक्ट में जा चुका जेल, हाल में छूटा था
मोतिहारी। सचिन कुमार सिंह
भवन निर्माण विभाग के ठेकेदार जितेंद्र ठाकुर पर गोलीबारी मामले में तीन बदमाश रविवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जबकि घटना का मास्टरमाइंड अविनाश सिंह अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इस घटना में प्रयुक्त दो पिस्टल को पुलिस ने बरामद कर लिया है। साथ ही सात गोली, तीन मोबाइल एवं एक बाइक भी जब्त की गई। अभियुक्तों को पकड़ने के लिए मोतिहारी नगर, छतौनी, बंजरिया, चकिया, सुगौली व नकरदेई थाने के अधिकारी व जवान लगे हुए थे।
एसपी जितेंद्र राणा ने आज अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार बदमाश मुकेश सिंह, अमित सिंह एवं भीम सिंह हैं। इस घटना का मास्टरमाइंड अविनाश सिंह है। जिसका भवन निर्माण विभाग के टेंडर के पेटी कांट्रैक्ट को लेकर जितेंद्र से विवाद चल रहा था। अविनाश ने जितेंद्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और पिछले दिनों इस वारदात को अंजाम दिलाया। इधर पुलिस को हाल में जेल से रिहा हुए मुकेश सिंह के बारे में सूचना मिली कि उसकी इस मामले में संलिप्तता हो सकती है। पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की। उसे भटहां से गिरफ्तार किया गया तो उसने सुराग दिया कि हत्या की साजिश सुगौली लाल परसा के अवनीश सिंह ने रची थी। इस गोलीबारी में वह भी शामिल था। इसके अलावा चार अन्य बदमाश भी इस मामले में शामिल थे। इनमें माधो पुर मझौलिया पश्चिमी चंपारण का भीम सिंह, रागगढ़वा साखो टोला का अमित सिंह एवं अविनाश सिंह का चचेरा भाई संजीव सिंह शामिल था। अविनाश ने मुकेश से संपर्क किया था और उसके सहयोग से अमित एवं भीम को इस काम में शामिल किया गया। फुल-प्रूफ प्लान बनाने के बाद अमित, भीम, मुकेश एवं अविनाश दो बाइक पर सवार होकर आए और गायत्री नगर के पास जितेंद्र ठाकुर को गोली मार दी। उनके साथ चल रहे ऋषि सिंह को इस घटना में चोटें आईं। इस घटना में जितेंद्र का करीबी व्यक्ति लाइनर की भूमिका में था, जिसकी शिनाख्त की जा रही है। एसपी ने कहा कि अपराधी 3 मई को ही जितेंद्र को गोली मारनेवाले थे, लेकिन उस दिन योजना सफल नहीं हुई तो 4 को इस घटना को अंजाम दिया। एसपी ने कहा कि अविनाश एवं संजीव की जल्द गिरफ्तारी होगी। एसपी ने कहा कि मुकेश पूर्व में रेप के एक मामले में जेल गया था। वह आर्म्स एक्ट में भी जेल गया था, जिसमें वह हाल ही में जमानत पर छूटा था। भीम सिंह मझौलिया से लेकर पश्चिमी चंपारण जिले का बड़ा अपराधी है, जो कई बड़े अपराधिक मामले में संलिप्त रहा है। बेतिया पुलिस के सहयोग से उसके आपराधिक इतिहास को मंगाया जा रहा है। एसपी ने बताया कि शहर में मार्निंग वाक के समय पुलिस की गश्त रहेगी जितेंद्र ठाकुर गोलीकांड का पर्दाफाश करनेवाले पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।
घायल जितेन्द्र ठाकुर की हालत मेें हो रहा सुधार
घायल ठेकेदार जितेन्द्र ठाकुर के बड़े भाई जगदीश ठाकुर ने आज सुबह रमानिया नर्सिहोम में बताया कि उनके भाई की हालत में सुधार हो रहा है। लिहाजा उन्होंने बताया कि उनकी किडनी में गोली लगी थी। जो कि गंभीर मामला था। हालांंकि चिकित्सकोंं नेे क्षतिग्रस्त किडनी को निकाल दिया है। जिससे उनकी स्थिति में काफी सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि उनके भाई अभी भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। दो-तीन दिन में ठीक हो जाने की उम्मीद चिकित्सकों ने जतायी है।