मोतिहारी के छोटू जायसवाल की हत्या के लिए सुपारी किलर को दिए गये थे 5 लाख रुपये एडवांस
मोतिहारी। शहर के चर्चित छोटू जायसवाल हत्या कांड में पुलिस रिमांड पर लिए गये कई कांडों के आरोपियों ने पुलिस के समक्ष कई खुलासे किए है। उन्होंने बताया है कि छोटू जायसवाल की हत्या के लिए 10 लाख की सुपारी तय हुई थी। जिसमें भाड़े के हत्यारों को 5 लाख रुपये एडवांस दे दिए गये थे। यहां बता दे कि बीते 25 जनवरी को जेल में बंद कई आपराधिक मामलों के आरोपी कुणाल सिंह व देवा गुप्ता को पूछताछ के लिए पुलिस ने रिमांड पर लिया था। दोनों आरोपियाें ने पुलिस के समक्ष बताया है कि उन्हें इं0 मनोज गुप्ता ने भाड़े के कातिलों को 5 लाख रुपये एडवांड में दिए। बताया कि छोटू जायसवाल की हत्या के लिए भाड़े के कथित कातिल सिगरेट व सुमन सौरभ से 10 लाख रुपये तय हुए थे। कहा है कि जेल में बंद राहुल सिंह उर्फ मुखिया जी ने सिगरेट व सुमन को हत्या का फरमान दिया था। दोनों को वार्ड पार्षद चंदन सिंह ने अपने यहां सेल्टर दिए थे। फिर दोनों ने ज्ञान बाबू चौक के पास छोटू जायसवाल की हत्या कर दी।
-हत्या की योजना पहले भी दो बार बनी थी, एक शादी समारोह में कर देनी थी हत्या
दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि छोटू जायसवाल की दो-दो बार हत्या की योजना बनी थी। परंतु किसी कारणवश हत्या को अंजाम नहीं दिया जा सका। इसके पहले लड्डू मियां को हत्या के लिए बात की गयी थी। इस बीच लड्डू मियां की हत्या हो गयी।
इसके बाद एक शादी समारोह में हत्या की योजना बनी लेकिन वह भी किसी कारणवश नहीं हो सका।
मधुबन छावनी चौक निवासी ने भी एक व्यक्ति की हत्या के लिए बात की थी
पुलिस के समक्ष पूछताछ में दोनों आरोपियों ने यह भी बतलाया है कि मधुबन छावनी चौक निवासी ललीत मिश्रा ने भी अपने पड़ोसी हत्या के लिए सिगरेट व सुमन सौरभ से बात तय हुई थी। इस हत्या के लिए 5 लाख रुपये व एके 47 मुहैया कराने की बात यह हुई थी। लेकिन इस बीच छोटू जायसवाल हत्याकांड में सभी बदमाश उलझ गये। इसलिए इस हत्या को अंजाम नहीं दिया जा सका।
-एके 47 की बरामदगी के लिए पुलिस कर रही है रेड
दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उनका एके 47 सिगरेट व सुमन के पास है। देवा गुप्ता व राहुल सिंह के कहने पह एके 47 सिगरेट व सुमन सौरभ को दे दिया गया है। पुलिस अब इस एके 47 की बरामदगी के लिए रेड कर रही है।
कुणाल सिंह को भेजा गया भागलपुर सेंट्रल जेल
पुलिस ने पूछताछ के बाद न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत करने के बाद कुणाल सिंह को भागलपुर सेंट्रल जेल भेज दिया है।