अभिभावकों को मालूम नहीं कि उनके बच्चे मोतिहारी गये हैं पढ़ने या बाइक चोरी करने, दो बाइक साथ चार गिरफ्तार
मोतिहारी। अभिभावकों ने तो अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का सपना संजों कर मोतिहारी पढ़ने को भेजा होगा। कोई भी अभिभावक अपनी संतान को गलत रास्ते पर जाने की सीख कतई नहीं देता होगा। लेकिन उन्हें ये भी तो कभी-कभी निगरानी करते रहना चाहिए कि हमारे बच्चों की संगति कैसी है। अपनी संतान पर निगरानी नहीं रखने वाले अभिभावकों को अक्सर पछताना ही पड़ता है। ऐसे ही कुछ युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसपर मंथन करना लाजिमी है। चिंतन बात पर कि कहां के लिए चले थे और कहां पहुंच गये। नगर पुलिस ने रविवार की रात पूर्वी चम्पारण के विभिन्न ग्रामीण इलाकों के निवासी चार युवकों को दबोचा है, जो जिला मुख्यालय मोतिहारी में पढ़ाई के नाम पर रहते हैं। जिन्होंने शहर में हुई बाइक चोरी के 18 मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। दरअसल शहर के टाउन हाॅल मैदान में आयोजित मोतिहारी महोत्सव में एक बाइक की चोरी के बाद पुलिस एक्टीव हुई और ये सभी पकड़े गये हैं।
दो बाइक व नकद रुपये बरामद
पुलिस ने इनके पास से चोरी की दो बाइक, मास्टर चाभी, 10 हजार रुपये नकद व चार मोबइल जब्त किए हैं।
कौन हैं? गिरफ्तार युवक
नगर पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार युवकों में 1 घोड़ासहन निवासी रत्नेश कुमार, 2 घोड़ासहन के ही कदमवा निवासी शिवप्रकाश कुमार, 3 तुरकौलिया के कपरसंडी निवासी सुनील कुमार, 4 तुरकौलिया के ही बिजुलपुर निवासी आदर्श कुमार शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार घोड़ासहन निवासी रत्नेश इस गिरोह का मास्टर माइंड है। यही पूरे लड़कों को गाइड करता है। बताया कि इसके पाॅकेट से एसएनएस कॉलेज का इन्टमीडिएड का परिचय पत्र मिला है। अन्य तीनों भी मोतिहारी में किसी न किसी लॉज में पढ़ाई के नाम पर ही रहकर बाइक चोरी को अंजाम देते हैं।
ढाई से तीन हजार में नेपाल में बेंच देते हैं चोरी की बाइक
लोगों की गाढ़ी कमाई व 50 हजार रुपये लाख-डेढ़ लाख की बाइक मिनटों में उड़ाकर कौड़ी के भाव में बेंच देते हैं। पुलिस का कहना है कि चारो युवक चोरी की बाइक को महज ढाई से तीन हजार रुपयों में ही नेपाल में बेंच देते हैं।