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बिहार
मोतीझील को स्वच्छ व निर्मल बनाने में आमजनों की सहभागिता जरूरी: जल पुरुष राजेंद्र सिंह
By Deshwani | Publish Date: 14/11/2017 9:31:06 PM
मोतीझील को स्वच्छ व निर्मल बनाने में आमजनों की सहभागिता जरूरी: जल पुरुष राजेंद्र सिंह

मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क


मोतीझील के पानी को स्वच्छ व निर्मल करने के लिए मंगलवार को गायत्री मंदिर स्थित छठ घाट पर जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका विषय लोक चेतना व मोतीझील था। इस अवसर पर रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित जल पुरुष के नाम से विख्यात राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मोतीझील का स्वरूप बदलना पडे़गा। इसके विषाक्त पानी को निर्मल बनाना होगा। इसके लिए पानी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए जो भी बाधा है, उसे दूर करनी होगी। श्री सिंह ने कहा कि मोतीझील को लेकर उन्होने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं अदालत तक आवाज उठायी है। श्री सिंह ने कहा कि यह काफी अफसोस की बात है कि सीएम ने आश्वासन के बाद भी अभी तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक एवं तमिलनाडु में इस प्रकार का प्रयास रंग ला रहा है। कहा कि इसमें गिरने वाले गंदे पानी एवं कचरा को बंद करना पडे़गा। इसमें सबकी सहभागिता आवश्यक है। उन्होने जनता से अपील की कि वे मोतीझील में कचरा नहीं फेंके। उन्होंने अभियान को गति देने के लिए उन्होने जल योद्धाओं की एक टीम तैयार करने की बात कही। श्री सिंह ने कहा कि हाई कोर्ट ने मोतीझील के अतिक्रमण के मामले में अपना फैसला दे दिया है। सरकार इसका अविलंब अनुपालन कराएं। अब इस मामले में किसी भी अतिक्रमणकारी को कहीं से राहत मिलने वाली नहीं है क्योकि उच्चतम न्यायालय भी नदी एवं झीलों के सरंक्षण को लेकर काफी पहले अपना निर्णय सुना चुका है। मौके पर राय सुंदर देव शर्मा, बाबूनंद शर्मा, पंकज मालवीय, रंजीत गिरि, अंसारूल हक, अनिल कुमार वर्मा, शशिकला, ममता वर्मा अधिवक्ता, अशोक वर्मा आदि मौजूद थे।

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