-बाढ़ पीड़ितों ने सांसद व विधायक के समक्ष किया जमकर हंगामा
चिरैया। अर्चना रंजन
प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित ई-किसान भवन के सभा कक्ष में अब तक के विकासात्मक कार्यों की समीक्षा के लिए शनिवार को बैठक हुई। अध्यक्षता शिवहर सांसद रमा देवी ने की। बैठक से पूर्व प्रखंड में आई प्रलयंकारी बाढ़ की विभीषिका से पीड़ित प्रखंड के खड़तरी पूर्वी व मिश्रौलिया पंचायत के बाढ़ पीड़ितों ने सांसद रामा देवी व चिरैया विधायक लालबाबू प्रसाद गुप्ता के समक्ष जमकर हंगामा किया। बाढ़ पीड़ितों ने सीओ के विरुद्ध नारेवाजी करते हुए कहा कि उनकी मनमानी के कारण अब तक बाढ़ सहायता राशि नहीं मिली। हंगामा कर रही महिलाओं ने बताया कि राजनीतिक साजिश के तहत उनलोगों को बाढ़ सहायता राशि नहीं दी गई है। जबकि उनका गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में था। बाढ़ पीड़ितों के हंगामे के कारण कुछ देर तक वहां अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। बाद में भाजपा के सांगठनिक जिला ढाका के अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रसाद व भाजपा नेता पारस नाथ जायसवाल के हस्तक्षेप से आक्रोशित महिलाएं शांत हुईं। इसके बाद सांसद रामा देवी ने बाढ़ पीड़ितों को अंदर बुलाकर सभी को बैठाया और सभी से एक-एक कर उनकी शिकायत और समस्याएं सुनी व उनके आवेदन भी लिए। आक्रोशित बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने बताया कि सिकरहना एसडीओ मनोज कुमार रजक व चिरैया सीओ मो. रेयाज शाहिद की निष्क्रियता के कारण 23 पंचायतों में से मात्र 9 पंचायतों को हीं बाढ़ ग्रस्त घोषित किया जा सका। वहीं बाढ़ पीड़ितों की बातों का समर्थन प्रखंड के सभी पंचायत के मुखिया व अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी किया।
बैठक के दौरान शौचालय निर्माण, आईसीडीएस, मनरेगा, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, विद्युत, सिंचाई, सार्वजनिक जनवितरण प्रणाली सहित मुख्यमंत्री सात निश्चय योजनाओं आदि की समीक्षा की गई। सांसद ने प्रखण्डाधिन सभी पदाधिकारियों से किस मद में कितनी राशि आवंटन हुआ, कितनी राशि खर्च की गई व कितनी राशि अवशेष बच गई है कि जानकारी ली। खर्च की राशि से जनहित में अब तक के विकासात्मक कार्यों की प्रगति आदि की जानकारी भी ली। इस क्रम में पंचायत के मुखियों ने सीओ मो. रेयाज शाहिद और अंचल के नाजिर पर जानबूझ कर बाढ़ सहायता राशि से वंचित करने का आरोप लगाया। इसके साथ हीं सीओ पर किसी व्यक्ति विशेष के इशारे पर काम करने के आरोप भी लगाए गए। सांसद रमा देवी ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीओ को जमकर फटकार लगाई। उन्हें अपनी कार्य पद्धति में सुधार लाने की नसीहत दी। वहीं सांसद ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की भी जमकर क्लास ली। उन्हें विद्यालय व मध्याह्न भोजन की प्रतिदिन जांच करने का आदेश दिया। उन्होंने सीडीपीओ की जगह महिला पर्यवेक्षिका को बैठक में भाग लेने व सीडीपीओ को बैठक से अनुपस्थिति रहने को गम्भीरतापूर्वक लेते हुए अगले बैठक में भाग लेना अनिवार्य बताया। इस दौरान रामपुर दक्षिणी ग्राम कचहरी की सरपंच चंदा जायसवाल के प्रतिनिधि उमेश जायसवाल ने स्थानीय पीएचसी के कर्मियों पर मरीजों के साथ मनमानी करने का आरोप लगया। जिसके कारण सांसद ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. श्यामा पासवान को अपने कार्य में सुधार लाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर बीडीओ सीमा कुमारी, सीओ मो.रेयाज शाहिद, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी हृदयानंद राम, बीएओ राजेश कुमार, बीसीओ मनोज कुमार राम, एमओ मुकेश कुमार विश्वकर्मा, मनरेगा पीओ बालेश्वर प्रसाद, जेई अतिउल्लाह, विधुत जेई पंकज कुमार सुमन, पीएचसी प्रभारी डॉ. श्याम पासवान, पशुपालन पदाधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, बीईओ सत्येंद्र नारायण सिंह, सांसद प्रतिनिधि श्रीभगवान साह, संजय प्रसाद, छोटेलाल शर्मा, अजय साह, सूर्यनारायण प्रसाद, रणधीर कुमार, रामप्रवेश प्रसाद, ब्रह्मानंद सिंह, अजित कुमार, पूर्व मुखिया गोपाल शर्मा, राकेश कुमार, मुखिया इनरमल प्रसाद यादव, परमहंस भगत, देवलाल सहनी ईश्वरचंद्र आदि सहित मुखियागण व जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।