- शनिवार को नहीं जमा हो सकी प्रीमियम राशि, वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने की जांच
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
कभी सबसे ज्यादा राजस्व संग्रह को लेकर चर्चा में रहने वाली एलआइसी की मोतिहारी शाखा आजकर िफर चर्चा में है, मगर इस चर्चा की वजह इस बार कई खामियां हैं। जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर राशि निकालने का मामला अभी जांच के दौर से गुजर ही रहा था कि अब दैनिक वेतनभोगी से विभाग का महत्वपूर्ण कार्य कराने के मुद्दे पर अभिकर्ताओं ने आपत्ति दर्ज कराई तो जवाब में शनिवार को दैनिक वेतनभोगियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया। इस कारण विभाग को लाखों की क्षति हुई।
विवाद की वजह कैश काउंटर पर दैनिक वेतनभोगियों को बैठाना
जानकारी के अनुसार इस शाखा में पांच कैश काउंटर है, जिसमें चार ही कार्यरत है। मजे की बात यह है कि चारों कैश काउंटर का काम नियम विरूद्ध दैनिक वेतनभोगी ही संभालते हैं। ऐसे में अगर भविष्य में किसी प्रकार की वित्तीय अनियमितता हुई तो इसका जवाबदेह कौन होगा। बताया जा रहा है कि कैश काउंटर पर लगे कंप्यूटर का पासवर्ड अनलॉक्ड तो नियमित कर्मी ही करते हैं, मगर कैश जमा करने का काम ये दैनिक वेतनभोगी ही वर्षों से संभालते आ रहे हैं। ऐसे में इनकी मनमानी भी खूब चलती है। इधर जब अभिकर्ताओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो हेठी दिखाते हुए दैनिक वेतनभोगियों ने शनिवार से कैश कलेक्शन से इन्कार कर अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न कर दी। इस कारण कैश जमा कराने आए आम उपभोक्ताओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हाल िफलहाल इस समस्या का कोई निदान भी नहीं दिख रहा। इस बाबत वरीय शाखा प्रबंधक अशोक कुमार गिरि से संपर्क का प्रयास विफल रहा।
वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने की मोतिहारी शाखा की जांच
मृतक के नाम पर बीमा राशि उठाव मामले में वरिष्ठ मंडल प्रबंधक प्रमेन्द्र हरि ने शनिवार को मोतिहारी शाखा की जांच की। इस दौरान उन्होंने संबंधित लोगों से पूछताछ की। इस बाबत पूछे जाने पर श्री हरि ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि इस तरह के और मामले तो नहीं है। वैसे जांच पूरी होने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। यह जालसाजी का मामला है।
अभिकर्ताओं ने रखा नेपाली बीमाधारकों का मामला
वरिष्ठ मंडल प्रबंधक के समक्ष अभिकर्ताओं ने नेपाली बीमाधारकों का मामला उठाया। दरअसल नेपाल के नागरिकों का पैसा नहीं जमा हो पा रहा है, उसके लिए भारतीय पैन की मांग की जा रही है। इस समस्या को अभिकर्ता विनय कुमार सिंह ने उनके समक्ष रखा। इस पर वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने कहा कि कई बार इस समस्या को लेकर केंद्रीय कार्यालय से संपर्क किया गया, लेकिन केंद्रीय कार्यालय भी समस्या का निदान नहीं कर पाया है। बहरहाल एलआईसी की यह नीति भी अभिकर्ताओं व बीमाधारकों के गले की हडडी बन गई है।