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बिहार
दिसंबर से साहेबगंज चीनी मिल की चिमनी से उठ सकता धुंआ,चालू करने की कवायद
By Deshwani | Publish Date: 6/9/2017 7:25:49 PM
दिसंबर से साहेबगंज चीनी मिल की चिमनी से उठ सकता धुंआ,चालू करने की कवायद

- युवा कल्याण मोर्चा के राणा रणजीत ने किया मिल का विजिट, पूर्व विधायक राजू सिंह संग की सकारात्मक वार्ता

मोतिहारी। सचिन कुमार सिंह


उत्तर बिहार के किसानों की आर्थिक रीढ़ गन्ने की फसल ही रही है, कुछ वर्षों पूर्व तक बिहार में चीनी मिलों की स्थिति काफी बेहतर थी, मगर समय के साथ कई चीनी मिलें बंद हो गई। खासकर चंपारण की कई चीनी मिलों के बंद होने से गन्ना किसानों की हालत बदतर होती चली गई। इस स्थिति के मद्देनजर राष्ट्रीय युवा कल्याण मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह ने सहकारिता के माध्यम से चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने की पहल कर रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने साहेबगंज िस्थत पूर्व विधायक राजू सिंह की वैशाली किसान उदय सुगर मिल का निरीक्षण किया। यह मिल किसी कारणवश बंद हो गई थी, जिसे फिर से चालू करने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। इस क्रम में श्री सिंह ने पूर्व विधायक राजू सिंह के साथ काफी देर तक विमर्श किया। तय हुआ कि मिल का संचालन दिसंबर से शुरू किया जाए। सहकारिता के सिद्धांत पर इस मिल को संचालित किया जाएगा। उत्तर बिहार के किसान सीधे इस चीनी मिल से समित के माध्यम से जुड़ सकते हैं। राणा रणजीत ने भराेसा जताया कि चीनी मिल बिहार के लिए वरदान साबित होगी। बता देंे कि पूर्व विधायक राजू सिंह रूस से इंजीनियरिंग एवं पीएचडी कर बिहार लौटे और एक साहसिक फैसला लेते हुए इस मिल की स्थापना की, मगर स्थापित चीनी मिल कुछ तकनीकी कारणों से संचालित नहीं हो पाया और बंद पड़ी है। राणा रणजीत जो एक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर है, जिन्हें चीनी मिल में प्रयोग होने वाले ब्वॉयलर व जेनरेटर की काफी समझ है ने इस मिल का विजिट किया और मिल के तकनीकी पहलू से अवगत हुए।

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