ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
बाढ़ पीड़ितों की सेवा में भी मुस्तैदी से डटे हैं भारतीय सेना के जवान, कृषि मंत्री ने की प्रशंसा
By Deshwani | Publish Date: 25/8/2017 9:24:09 PM
बाढ़ पीड़ितों की सेवा में भी मुस्तैदी से डटे  हैं भारतीय सेना के जवान, कृषि मंत्री ने की प्रशंसा

मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क


देश की सरहद पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाली भारतीय सेना प्राकृतिक आपदाओं के दौरान पीड़ित मानवता की रक्षा में उसी जज्बे के साथ जुट जाती है। मकसद बस यह कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के प्राणों की रक्षा हो सके। शीघ्र से शीघ्र उन्हें राहत मिल सके। इसकी बानगी अभी बिहार में आई बाढ़ के दौरान देखने को मिल रही है। जब सेना व एनडीआरएफ की टीम पूरी मुस्तैदी से न सिर्फ बाढ़ में फंसे लोगाें को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाने में लगी रही, वरन दवा व राहत सामग्रियां भी पहुंचाने में मुस्तैद रहीं। यहीं नहीं इसके इंजीनियरिंग विभाग ने बाढ़ से टूटी पुल-पुलियों के समीप शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था भी की। उनका यह प्रयास अभी जारी है। खासकर मोतिहारी में भी सेना के तीन विंग इंजीनियर रेजीमेंट, मीडियम रेजीमेंट व फील्ड रेजीमेंट तैनात है। जो सुगौली, ढाका व रामगढ़वा आदि जगहों पर काम कर रही है। इन टीमों में 250-300 सेना के जवान, 30 इंजीनियर, 8 डॉक्टर शामिल हैं। बिहार झारखंड के जेनरल आॅफिसर कमांडिंग मेजर जनरल एसएस मामक, व कमांडिंग आॅफिसर जेनरल नीरज कुमार के कुशव नेतृत्व में सेना के जवान व अधिकारी मुस्तैदी से जुटे रहे हैं। इन अधिकारियों ने प्रत्येक इलाके में सहायता कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। सेना बाढ़ राहत टुकड़ी 13 अगस्त से पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण के अलावा कटिहार, अररिया, मधुबन, सीतामढ़ी, गोपालगंज व बेगुसराय में तैनात है। वहीं भारतीय वायु सेना की टुकड़ी हवाई सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस दौरान इन जगहों पर कुल 1015 लोगों को बचाया गया। 220 लोगों को पुर्नस्थापित किया गया तो 7226 लोगों को चिकित्सा सहायता दी गई। 39030 खाद्य पैकेट वितरित किए गए। इसके अलावा 8300 किलो राशन व 2200 पॉलीथिन सीट का वितरण किया गया। सेना द्वारा जवानों को राहत कार्य के िलए व्यक्तिगत सामान व राशन भंडारण के लिए दो प्रशासनिक सवारी रांची से मोतिहारी व कटिहार में भेजी गई।


कृषि मंत्री ने की सेना के कार्यों की प्रशंसा
कृषि सह किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने भी सेना के इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने जिस दिलेरी के साथ प्राकृतिक आपदा के दौरान रिस्क्यू ऑपरेशन किया और पीिड़तों तक फौरी तौर पर राहत पहुंचाई, वह सराहनीय है।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS