मोतिहारी
भागदौड़ वाली जिंदगी में सत्संग से ही सुख व शांति: बीके कंचन
By Deshwani | Publish Date: 23/8/2017 6:28:32 PMकेसरिया। अशोक वर्मा
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविधालय केसरिया सेवा केन्द्र द्वारा बौध स्तूप रोड स्थित स्कूल मैदान मे आयोजित सात दिवसीय "श्रीमद् भागवत कथा के आध्यात्मिक रहस्य" प्रवचनमाला में बेगुसराय की राजयोगिनी बी के कंचन बहन ने कहा कि सत्संग में भाग्यशाली आत्माओं को बैठ श्रवण करने का सौभाग्य मिलता है। वर्तमान भाग दौड की जिन्दगी मे धन बढे,सुख के साधन बढे, लेकिन सुख और शांति नहीं मिली। धर्म शास्त्रों में अति प्रेरक बातें लिखी हुई हैं, लेकिन उसके अंदर के रहस्य और इशारे को दुनिया वाले समझ नहीं पाए। हमारे सर्व शास्त्र शिरोमणि गीता ग्रंथ मे बताया गया है कि पवित्रता सुख शांति का आधार है। पवित्रता माने काम क्रोध लोभ मोह और अहंकार पर विजय पाना। कंचन बहन ने कहा कि सृष्टि एक रंगमंच है,और हर कोई पार्टधारी है। सृष्टि मुसाफिर खाना है, तथा सभी को निश्चित समय तक हीं पार्ट बजाना है। उन्होंने कहा कि न कोई शिव के पूर्व था न कोई शिव के बाद। शिव हमेशा हीं कल्याण करते हैं। उन्होनें कर्मो के गुढ्य गति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मुसाफिरखाना को स्थायी घर समझना आज की सबसे बड़ी भूल है। हमें इस धरा पर जो समय मिला है, इसका सदुपयोग करना है और अपनी शक्ति, धन आदि का व्यवहार परामर्थ में करना चाहिए। रविवार से आरंभ सात दिवसीय प्रवचन माला में आगत अतिथियों का स्वागत केन्द्र पभारी बीके मनोरमा बहन ने किया। उदघाटन सत्र मे बीके मीना एवं अन्य केंद्रों की बहनें शामिल थीं। संचालन सुबोध कुमार पाठक ने किया। कार्यक्रम मे संगीतमयी प्रस्तुति लखिसराय के अजय भवानी गायक की टीम द्वारा हुई। आयोजन समिति के सदस्य अरविंद गिरी,अजय कुमार,राजन गुप्ता सुधीर कुमार एवं अन्य की सेवा अति सराहनीय थी। प्रतिदिन बहनों द्वारा प्रवचनकर्ता कंचन बहन को चुनरी ओढाकर एवं तिलक लगाकर सम्मानित किया जाता है। साहेब गंज की बीके गीता एवं मोतीपुर की बीके रिंकू बहन विशेष रूप से उपस्थित होकर व्यवस्था में सहयोग दे रही हैं। भव्य पंडाल में आयोजित प्रतिदिन दो सत्रों में प्रवचन चलाया जा रहा है।