मोतिहारी, (हि.स.)| बिहार के पूर्बी चंपारण के जिले के रक्सौल, रामगढ़वा, छौड़ादानों, बनकटवा, आदापुर, ढाका, चिरैया एवं पताही में बाढ़ की तबाही थोड़ी कम हुई है, लेकिन उफनाई बूढ़ी गंडक ने सुगौली, बंजरिया सहित मोतिहारी शहर को भी अपने आगोश में लेना शुरू कर दिया है। बुधवार को बाढ़ का पानी मोतिहारी शहर के निचले इलाकों में फैलना शुरू हो गया है। प्रखंड का ग्रमीण क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न होता जा रहा है। मोतिहारी-छौड़ादानों मार्ग में कई जगह सड़क पर पानी बह रहा है। सुगौली रेलवे स्टेशन सहित कई जगहों पर बाढ़ का पानी फैल गया है। नगर पंचायत के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। सुगौली के रघुनाथपुर पंचायत में बाढ़ के पानी से आवागमन ठप हो जाने की सूचना है। बंजरिया प्रखंड का अजगरी गांव जिले से पूरी तरह कट गया है। इसका तिरुआह इलाका पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। सेमरा रेलवे स्टेशन के आसपास के इलाके में पानी तेजी से फैल रहा है। बंजरिया प्रखंड में राहत एवं बचाव की मांग की जा रही है। जिला प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अधिकारियों को सतर्क कर दिया है।
मोतिहारी शहर के कोल्हुअरवा, कुँआरी देवी चौक, लोकसा, अमर छतौनी सहित अन्य क्षेत्रों में बाढ़ के पानी का फैलाव जारी है। पूर्व मुख्य पार्षद मोहिबुल हक ने जानकारी दी कि शहर के महमूद नगर, नकछेद टोला, हनुमानगढञी, खुशबू नगर, मठिया डीह, खोदानगर आदि इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है एवं कई जगह प्रवेश करने की स्थिति में है। बंजरिया अंचलाधिकारी के अनुसार बंजरिया अंचल में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। बंजरिया प्रखंड का जटवा जनेरवा, सुंदरपुर, खैरी, सिसवनिया, महमदपुर, बकुलहरा, गौरिया, मझार, ब्रह्मपुरा, घोरमरवा, नगदाहां, चितहां, गम्हरिया, सेमरहिया, चिचौरहिया, सूफी, कुकुरजरी, रोहिनिया, अजगरवा, मोखलिशपुर, झखिया, खैराघाट, सिसवा, अजगरी, गोखुला, चैलाहां, तरकुलवा, बनकट, सिंघिया सागर, बंजरिया सहित करीब 31 गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है।
जिला प्रशासन को इससे अवगत करा दिया गया है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्था की जा रही है। दूसरी ओर जिले के केसरिया, पहाड़पुर, अरेराज, संग्रामपुर आदि प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। सुगौली के जिला पार्षद पुत्र विजय कुमार जायसवाल ने जानकारी दी की सुगौली रेलवे स्टेशन के रेलकर्मियों के क्वाटर, थाना परिसर, नगर पंचायत के सभी वार्ड, विशनुपुरवा, लाल परसा, कैथवलिया, छपरा बहास, चिकनौटा, बेल टोला, नौवा डीह, चील झपटी, बेलवतिया, करमावा, रघुनाथपुर, मनसिंघा, रौशनपुरा, सपहां, बक्शा, पजियरवा, बगही, नकरदेई, खोरा, कोइरगांवा, लमौनिया, नयका टोला, पांडेय टोला, सरगटिया, मेहवा, मुसवा, लक्षमीपुर, बहुरूपिया, निमुई, बरवा टोला, अमिर खां टोला, सरहरी, सिकिन डीह, श्यामपुर, बरवा, चैनपुर सहित बड़ी संख्या में अन्य गांवों में भी प्रवेश कर गया है। तुरकौलिया प्रखंड के बेलवा राय पंचायत के झखिया, मननपुर टोला, खगनी, बिजुलपुर आदि टोलों में बाढ़ का पानी फैल गया है। बेलवा राय के मननपुर टोला के वार्ड 8 में एक बच्चे की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। पिता का नाम प्रदीप पटेल बताया गया है, जिसका पुत्र राजू कुमार था।
क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र राम ने बताया कि जिले का अधिकाश भाग बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। उनके क्षेत्र का तुरकौलिया प्रखंड बाढ़ से बचा हुआ था, लेकिन अब यह भी इसकी चपेट में आ गया है।
अरेराज में बाढ़ का पानी स्थिर रहने से लोगों ने राहत की सांस ली है। अगर नेपाल से ज्यादा पानी छोड़ा जाता है तो तबाही मच सकती है। गंडक नदी का दोनों तटबंध पानी से बराबर हो चुका है। खजुरिया चौक से अरेराज की ओर आनेवाले बड़े वाहनों पर रोक लगा दी गई है। पुलिस प्रशासन खजुरिया चौक पर कड़ी निगरानी रखे हुए है। बताया गया है कि संग्रामपुर अस्पताल के पास स्थिति भयावह बनी हुई है।