मोतिहारी, (हि.स.)| लोक शिकायत निवारण अधिनियम की अनदेखी करने व प्राप्त मामलों के निपटारा में लापरवाही बरतने पर मोतिहारी जिले के चार थानाध्यक्षों व 15 अंचलाधिकारियों को जवाब-तलब किया गया है और उनसे एक सप्ताह के भीतर जवाब देने का कहा गया है। उनपर लोक शिकायत निवारण अधिनियम की अनदेखी करने व प्राप्त मामलों के निपटारा में लापरवाही बरतने सहित कई गंभीर आरोप हैं।
19 जुलाई को जिलाधिकारी अनुपम कुमार व पुलिस कप्तान जितेंद्र राणा की संयुक्त बैठक में अब तक निष्पादित व प्राप्त मामलों की समीक्षा की गयी थी। इस क्रम में चार थानाध्यक्षों व 15 अंचलाधिकारियों का प्रतिवेदन असंतोषजनक पाया गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पष्टीकरण पूछने का आदेश दिया। जिला प्रशासन के अधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सर्वाधिक लंबित मामले इन अधिकारियों के यहां पाया गया।
निवारण पदाधिकारियों के यहां लंबित हैं 550 मामले
लोक निवारण पदाधिकारियों के यहां अभी करीब 550 मामले लंबित हैं जिनका निपटारा नहीं होने से कई तरह की विभागीय परेशानी हो रही है वहीं, सरकार की मंशा पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। लोक प्राधिकार मोतिहारी के यहां सर्वाधिक 50 मामलों के अलावा सुगौली के यहां-27, तुरकौलिया के यहां-18,कोटवा-16,बंजरिया-10,पिपराकोठी-9,नगर थानाध्यक्ष-14,मुफस्सिल थानाध्यक्ष-12,सुगौली थानाध्यक्ष-11,बंजरिया थानाध्यक्ष के यहां तीन व भोपतपुर थानाध्यक्ष के यहां एक मामला लंबित है। इसी तरह पकड़ीदयाल,चकिया,रक्सौल,व सिकराहना अनुमंडलों के लोक प्राधिकारों के यहां मामले लंबित हैं। हर हाल में निर्धारित समय सीमा के अंदर निष्पादित कर प्रतिवेदन देने का आदेश दिया गया है।
इनसे मांगा गया स्पष्टीकरण
थानाध्यक्ष : नगर, थानाध्यक्ष: मुफस्सिल, थानाध्यक्ष: सुगौली व पहाड़पुर के अलावा अंचलाधिकारी मोतिहारी, सुगौली, तुरकौलिया, कोटवा, पहाड़पुर, हरसिद्धि, अरेराज, आदापुर, रामगढ़वा, बंजरिया,पकड़ीदयाल, मधुबन, पताही, बनकटवा व घोड़ासहन।