मोतिहारी
कर्ज में डूबे किसान कर रहे आत्महत्या, फिर भी सरकार उदासीन: भाकपा
By Deshwani | Publish Date: 10/7/2017 7:12:32 PMरक्सौल। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
केन्द्र व बिहार सरकार द्वारा किसानों के हित का किसी प्रकार का वादा नहीं पूरा किये जाने के कारण किसान दिनों-दिन आत्महत्या कर रहे हैं। 1998 से लेकर अभी तक करीब पांच लाख किसान कर्ज में डूबे होने के कारण आत्महत्या कर लिये फिर भी सरकार उदासीन है। उक्त बातें रक्सौल शहर के मौजे स्थित एक आवासीय होटल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पूर्वी चंपारण जिला परिषद सदस्यों के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार राज्य परिषद् के सचिव सत्यनारायण सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का वादा था कि उत्पादन लागत से डेढ़ गुणा किसानों को दिया जाएगा, वह अभी तक नहीं दिया गया। सम्मेलन में किसानों की मांग को लेकर आगामी 26 जुलाई को जेल भरो अभियान को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया गया। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार से भाकपा की मुख्य मांग है कि जमीन दो, घर दो, पर्चाधारियों को दखल दो। सरकार द्वारा ऐसा नहीं करने पर आगामी 10 से 15 अगस्त के बीच गमजरूआ जमीन पर झंडा गाड़ा जाएगा। वहीं बिहार में हो रहे भ्रष्टाचार के विरूद्ध आगामी 6 अक्टूबर को पूरे बिहार में एक लाख कार्यकर्ताओं द्वारा जेल भरो अभियान कार्यक्रम किया जायेगा। बैठक में संगठन को मजबूत करने पर चर्चा की गयी। मौके पर राज्य कार्यकारिणी सदस्य विजय शंकर सिंह, जिला सचिव रामवचन तिवारी, राधामोहन सिंह, गिरजानंद राय, भगत सिंह, रामचन्द्र प्रसाद कुशवाहा, कन्हैया प्रसाद, कृष्णा सिंह, मो0 हजरत, बच्चू देवी, श्याम बिहारी तिवारी मौजूद थे।