मोतिहारी
अखबार विक्रेता की पुत्री अंशिका ने मैट्रिक में मारी बाजी, बनना चाहती डॉक्टर
By Deshwani | Publish Date: 22/6/2017 8:02:22 PMमोतिहारी/घोड़ासहन। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
एक ओर जहां मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करने वाले छात्रों का प्रतिशत काफी कम रहा। वहीं मैट्रिक परीक्षा में जिले की कई प्रतिभाओं ने प्रथम श्रेणी में बेहतर अंक लाकर जिले का नाम रोशन किया है। मोतिहारी प्रखंड के पतौरा निवासी अखबार विक्रेता रविन्द्र तिवारी की पुत्री अंशिका कुमारी ने इस परीक्षा में कुल 63 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत व शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया है। प्रभावती गुप्ता कन्य उच्च विद्यालय की छात्रा रही अंशिका के घर में हर्ष का माहौल है। इस सफलता से गदगद उनके िपता रविन्द्र तिवारी ने कहा कि उन्हें अपनी पुत्री की प्रतिभा पर काफी भरोसा था। वहीं अंशिका ने बताया कि उसका सपना डाॅक्टर बनने का है। वहीं अखबार में ही काम करने वाले बंजरिया के बथना निवासी रामाधार प्रसाद कुशवाहा के पुत्र सोनू कुमार ने द्वितीय श्रेणी से मैट्रिक की परीक्षा उतीर्ण की है। वहीं जगत साह की पुत्री सुशीला कुमारी ने भी द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
घोड़ासहन के शिवम ने भी मारी बाजी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा गुरुवार को जारी रिजल्ट में शिवम कुमार ने 428 अंक प्राप्तकर प्रखंड क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस छात्र का नाम शिवम कुमार है। जो प्रखंड क्षेत्र के महदेवा निवासी नितेष कुमार सिन्हा व रिंकी सिन्हा के पुत्र है। छात्र के पिता एक बीमा अभिकर्ता हैं वहीं माता गृिहणी है। छात्र को सभी मुख्य विषयों में डिस्टिंकशन प्राप्त है। वहीं गणित में 100 अंक प्राप्त है। उक्त छात्र स्थानीय ठाकुर राम मथुरा प्रसाद उच्च विद्यालय में अध्ययनरत था। तीन भाई-बहनों में मंझला उक्त छात्र ने अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई मोहित कुमार को दिया है। जिसने पिछले साल की मैट्रिक परीक्षा में 402 अंक लाकर प्रखंड का नाम रोशन किया था। छात्र ने बताया कि वह रूटीन के अनुसार अध्ययन करता था। अब इंटर विज्ञान विषय से करने के बाद आईआईटी करने की इच्छा है। विज्ञान शिक्षक पवन कुमार तथा आर्ट्स शिक्षक चन्दन कुमार झा ने बधाई देते बताया कि छात्र शुरू से ही मेधावी रहा है। वहीं श्रीपुर कवैया के छात्र रविभूषण कुमार ने 426 अंक प्राप्त कर प्रखंड में दूसरा स्थान बनाया है। छात्र के पिता रामाकान्त ठाकुर एक शिक्षक हैं। जबकि माता एक गृहिणी हैं। परीक्षा परिणाम के बाद इनके परिवार में खुशी का माहौल है।