बिहार
द्विअर्थी संवाद व फूहड़ता ने भोजपुरी फिल्मों को किया बदनाम: एकता
By Deshwani | Publish Date: 15/6/2017 6:43:55 PMरक्सौल। अनिल कुमार
फिल्म ऐसी होनी चाहिए जो समाज में अच्छा संदेश दे और फिल्म देखने वालो में सकारात्मक बदलाव लाये। उक्त बातें भोजपुरी फिल्म एक रजाई, तीन लुगाई की निर्माता एकता बहल ने गुरुवार को शहर के सोना टाकिज में फिल्म प्रमोशन शो के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज द्विअर्थी संवाद, आइटम गीत और फूहड़ता ने भोजपुरी फिल्मों को बदनाम कर दिया है। ऐसे परिवेश में उन्होनें ऐसी फिल्म बनायी है जो पारिवारिक है और इसे परिवार के सभी सदस्य एक साथ देख सकते हैं। पंजाब की रहने वाली एकता ने बताया कि भोजपुरी से उनका लगाव उन्हें बिहार लाया। बिहार आने से पहले मन में लोगों ने डर पैदा कर दिया था, लेकिन यहां आने के बाद से काफी अपनापन वह महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरी पहली फिल्म है। यह पूरी तरह कॉमेडी फिल्म है, जो दर्शकों को काफी पसंद आ रही है। फिल्म में नये कलाकारों को मौका दिया गया है। मौके पर फिल्म के कलाकार आशुतोष खरे, शिवा के साथ-साथ सोना सिनेमा के संचालक ई0 जितेन्द्र कुमार, रवि कुमार, राजकिशोर राय उर्फ भगत जी सहित अन्य लोग मौजूद थे।