- गीत-संगीत के बीच जेडएसएम-82 महामिलन का रंगारंग आगाज
- एक मंच पर जुटे मित्र मंडली के 350 सदस्य व उनके परिजन, जीवंत हुईं पुरानी यादें
मोतिहारी। सचिन कुमार सिंह
जिला स्कूल के सभागार में 1982 बैच के साथियों की पत्नी व बच्चे मिलाकर तकरीबन 350 सदस्यों ने एक-दूसरे से दिल ए सुकून का इजहार किया। मौका था दो दिनी जिला स्कूल मित्र मंडली महामिलन समारोह का। वर्षों बाद एक-दूसरे से समारोह बीच रूबरू हो रहे साथियों को बालपन के चुहलपन की भी याद आ रही थी तो दोस्तों के साथ मिलकर गप्पें लड़ाना व पठन-पाठन करना भी। इन दोस्तों की पत्नियां भी पहली बार अपने पति के स्कूल के दिनों की शरारतों से दो-चार हो रही थी। इस दौरान उनकी भाव-भंगिमा देखने लायक थी, शायद वे यह सोच रही थी कि उनके पति का तब का मिजाज कैसा था, और अब...। मित्र मंडली भी नास्टाल्जिया जैसी िफलिंग्स अपने अंदर महसूस कर रही थी। ऐसा लगा मानो पुराने दिन फिर से जी उठे हो। ऐसे में वे यह भी भूल गए कि अभी वे किस पद को सुशोभित कर रहे हैं। सचमुच सबके लिए एक अनोखा व अनूठा अनुभव!
समारोह के बीच गुरुजी हुए सम्मानित
एक तरफ पुराने दिनों में जीने की तमन्ना तो दूसरी तरफ एक जिम्मेदारी का अहसास। जिन गुरुजी की बदौलत सबने अलग-अलग मुकाम हासिल किया था, उन्हें सम्मान देने का भला इससे बेहतर मौका क्या हो सकता था। इस महािमलन समारोह की अध्यक्षता प्राचार्य विजय किशोर पाठक ने की। कार्यक्रम का आगाज राष्ट्रगान की धुन पर हुआ। इसके बाद अवकाश प्राप्त प्राचार्य रामनरेश सिंह, गुरुजन उदय चंद्र मिश्र, अमरदेव प्रसाद सिंह, रामबाबू सिंह व पूर्व प्राचार्य शैलेन्द्र ठाकुर ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के संयोजक जकार्ता से आए अादित्य बिड़ला समूह के पदाधिकारी नंदलाल प्रसाद ने मित्र मंडली के गठन के बारे में दोस्तों को जानकारी दी। मंडली की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। डीइओ आफिस के प्रधान लिपिक राजेश पांडेय ने बताया कि किस तरह सात समुंदर पार से प्रत्येक सुबह व्हाटसएप्प ग्रुप पर दोस्तों, उनकी पत्नियों व बच्चों के जन्मदिन की तिथियों को नंदलाल जी याद दिलाते हैं। इतनी व्यस्तता के बीच भी दोस्तों को कभी नहीं भूलते। शायद उनकी यहीं छटपटाहट ने इस कार्यक्रम को ऐसा भव्य रूप प्रदान किया। मंच संचालन शायर व पत्रकार अंजनी अशेष ने किया। इनके कुशल संचालन ने एक अलग समा बांध दिया। इनकी बातों पर लोग कभी गुदगुदाते रहे तो कभी सोचने पर विवश हुए।
गीत-संगीत के बीच जमी दोस्तों की महफिल
बीच-बीच में प्रख्यात संगीतकार रंजन सहाय व कुंदन वत्स के बैंड ने भी धमाल मचाया और इनकी धुन पर साथी लोग थिरकने पर मजबूर हो गए। जब ऐसा जोशीला माहौल हो तो भला इनकी पत्नियों व बच्चे भी खुद को कैसे रोक पाते। ऐसे में इनकी कला प्रतिभा भी समय-समय पर मंच पर जलवा बिखेरते रही। कार्यक्रम की सफलता में कृषि समन्वयक संजय कुमार, सर्वेयर विजय कुमार, दवा कंपनी के स्टेट हेड नीरज कुमार व राजेश पांडेय का अहम योगदान रहा।