- बाबा रामदेव ने पीपराकोठी में 50 लाख की विभिन्न योजनाओं का किया शुभारंभ
पीपराकोठी। प्रियदर्शी राजीव
कृषि विज्ञान केंद्र, पीपराकोठी में गुड़ प्रसंस्करण एवं प्रशिक्षण इकाई का निर्माण किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगी। यह इकाई भविष्य में उनकी आय को दोगुना करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान की कड़ी है। यह चीनी मिल पर किसानों की निर्भरता भी कम करेगी। उक्त बातें केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं भारतीय गन्ना शोध संस्थान, लखनऊ के सहयोग से स्थापित होने वाले गुड़ प्रसंस्करण एवं प्रशिक्षण इकाई के उदघाट्न के क्रम में आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि चम्पारण में उर्वरा भूमि व जल की प्रचुरता एवं उपजाऊ भूमि होने के बावजूद यहां के किसान विपन्न है। जागरूकता एवं वैज्ञानिक जानकारी के अभाव में आज भी वह प्राचीन पद्धति से ही खेती करता है। इस इकाई से जिले में गन्ने के किसानों को तकनीकी सहयोग प्राप्त होगा। जिससे वैकल्पिक तौर पर भी गुड़ बना सकते हैं। कहा कि कांग्रेस ने खेती-किसानी को 60 वर्षों में इतना पीछे धकेल दिया है, जिसका खामियाजा हम भुगत रहे हैं। कांग्रेस आज किसान हित की बात कर रही है। किसानों के मेरुदंड पशुओं का चारा खाकर किसानहित की बात करना काफी आश्चर्यजनक है। कहा कि इस साल 22 मिलियन टन दाल का उत्पादन हुआ, जो विश्व में सबसे अधिक है। दुनिया में गुड़ सबसे ज्यादा भारत में बनता है। लेकिन ब्राजील इसका सबसे बड़ा निर्यातक देश है। मंत्री ने गुड़ के महत्व पर प्रकाश डाला। मौके पर राजेंद्र केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक डा.जेपी उपाध्याय, केएम सिंह, एनबीएसएस के डा.एसके सिंह, आईआईएसआर लखनऊ के बीड़ी पाठक, नेशनल बोर्ड के चेयरमैन डा.बीएल सास्वत, पंतजलि के अजित कुमार, सुधा बहन, रामाशीष जी, पंकज पांडेय, प्रकाश त्यागी, विधायक प्रमोद कुमार, सचिन्द्र प्रसाद सिंह, श्यामबाबू यादव, राजेंद्र गुप्ता, बबलू गुप्ता, केवीके प्रमुख डा.केके झा सहित अन्य उपस्थित थे।