बिहार
रक्सौल: उषा देवी दुबारा बनीं मुख्य पार्षद, काशीनाथ उप मुख्य पार्षद पद पर काबिज
By Deshwani | Publish Date: 9/6/2017 4:57:36 PM- पार्षदों व समर्थकों ने एक-दूसरे को लगाया गुलाल, बांटी मिठाइयां, मना जश्न
रक्सौल। अनिल कुमार
नगर परिषद् रक्सौल के सभापति व उपसभापति पद का निर्वाचन शुक्रवार को निर्विरोध संपन्न हो गया। उषा देवी दूसरी बार नगर सभापति के बाद पद पर आसीन हुई, तो नप के सबसे अनुभवी पार्षदों में एक काशीनाथ प्रसाद को उप मुख्य पार्षद चुना गया। दोनों ही पदों के लिए एक-एक ही नामाकंन डाला गया था। निर्वाचन से पहले ही जदयू नेता प्रमोद सिन्हा के आवास पर ही यह साफ हो गया था कि उषा देवी नयी सभापति होगी, जिसे औपचारिक प्रक्रिया के तहत पूरा किया गया। जिला से आये जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता मनोज कुमार रजक बतौर निर्वाची पदाधिकारी रक्सौल आये थे। इसी प्रकार प्रेक्षक के रूप में बेतिया के लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी जयशंकर मंडल मौजूद थे। हालांकि अधिकारी निर्वाची पदाधिकारी मनोज कुमार रजक की देरी से पहुंचने के कारण निर्वाचन प्रक्रिया कुछ देर देरी से शुरू हुई। इसके बाद सबसे पहले नव निर्वाचित पार्षदों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी। शपथ ग्रहण के कार्यक्रम के बाद सभापति पद के नामाकंन की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद मात्र एक नामांकन उषा देवी का आया। निर्धारित समय समाप्त होने के बाद और कोई नोमिनेशन पत्र नहीं आने के कारण उषा देवी को र्निविरोध नगर का सभापति चुन लिया गया। नप सभापति उषा के प्रस्तावक वार्ड नंबर 9 के कुंदन सिंह थे, तो उनका समर्थन वार्ड नंबर 19 के सत्यम कुमार श्रीवास्तव ने किया। इसके बाद उपसभापति के लिए नोमिनेशन की प्रक्रिया आधे घंटे तक चली। इस दौरान भी केवल एक नामाकंन काशीनाथ प्रसाद का आया, जिसे स्वीकृत करते हुए उन्हें भी निर्विरोध उप मुख्य पार्षद घोषित कर दिया। काशीनाथ प्रसाद के प्रस्तावक के रूप में वार्ड नंबर 2 के सुभाष चंद्र सिंह व समर्थक में वार्ड नंबर 15 के राजकिशोर प्रसाद थे। इसके बाद नव निर्वाचित सभापति और उपसभापति को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी। शपथ ग्रहण समारोह में 25 वार्ड के पार्षद मौजूद थे। निर्वाचन संपन्न होने के बाद पार्षदों,समर्थकों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाई, मिठाइयाँ बांटी।