मोतिहारी
जाली कागजात पर उच्च विद्यालय की जमीन हड़पने का खेल, विरोध में अनशन
By Deshwani | Publish Date: 2/6/2017 6:01:55 PM- कोर्ट में चल रहा मामला फिर भी अतिक्रमित जमीन पर भवन निर्माण
पताही। माधुरी रंजन
पताही प्रखंड मुख्यालय स्थित सिंहेश्वर सेमिनरी उच्च विद्यालय की अतिक्रमित जमीन पर भवन निर्माण मामला में केस दर्ज होने के बाद भी निर्माण कार्य लगातार जारी है। स्थानीय पुलिस व अंचल प्रशासन मूकदर्शक की भूमिका में है। प्रशासन की उक्त भूमिका को लेकर स्थानीय लोगों व विद्यालय के नामांकित छात्रों में भारी रोष व्याप्त है। स्थानीय लोगों सहित स्कूली बच्चों ने स्थानीय प्रशासन को एक शिकायत पत्र देते हुए कहा है कि 68वर्षों से स्कूल के कब्जेवाली जमीन खाली नहीं हुई तो हमलोग आगामी 10जून 2017को अंचल कार्यालय का घेराव कर बेमियादी अनशन पर बैठने को विवश होंगे। लोगों ने जिला प्रशासन से पताही सीओ के कार्यकाल में कराए गए जनविरोधी कार्यो की जाँच कराने की मांग की है।
बताते चलें कि सिंहेश्वर सेमिनरी की स्थापना वर्षब 1945में हुई। स्थापना के समय विद्यालय की कुल साढ़े सोलह बीघा जमीन पर मालिकाना हक था, जिसमें- से वर्ष2014 में अंचल प्रशासन की मिलीभगत से कानून को ताक पर रखकर पर्चा निर्गत कर सेंधमारी करने की शुरुआत हुई। इतना ही नहीं जाली पट्टा को वैधता प्रदान कर स्कूली जमीन को हड़पने का खेल शुरू हुआ। अंचल प्रशासन ने पर्चा के नियम को ताक पर रखकर दो मंजिला मकान वाले एक ही व्यक्ति के नाम पर विभिन्न खेसरा में कई डिसमिल स्कूली जमीन का पर्चा निर्गत कर दिया। हद तो यह है कि अंचल प्रशासन की जानकारी में पर्चाधारक ने स्कूली जमीन को आनन-फानन में बेचना शुरू किया तथा उसपर भवन-निर्माण का कार्य भी शुरू हो गया। बार-बार लोगों व स्कूल के एचएम ने अंचल से लेकर अनुमंडल व शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत की, किन्तु परिणाम वहीं ढाक के तीन पात रहे। तब हारकर लोगों ने स्कूल के शिक्षकों को बंधक बनाकर दोषियों पर केस दर्ज कराने के लिए बाध्य कर दिया। 68वर्ष तक विद्यालय के कब्जे वाली जमीन का पर्चा व जाली पट्टा साधन-सम्पन्न व्यक्ति को किसने, किन नियमों के तहत निर्गत किया,यह गहन जांच का विषय है। इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य करने वाले पर 144 की प्रक्रिया की जा रही है।