बिहार
श्रम दान कर ग्रामीणों ने बनाया कच्ची सड़क
By Deshwani | Publish Date: 12/6/2017 4:16:05 PMजमुई, (हि.स.)। चकाई प्रखंड के घुटवे पंचायत अंतर्गत मोहनपुर गांव, जहां आज भी लोग पंगडंडी के सहारे जी रहे हैं। सरकार चाहे लाख दावा करे, लेकिन सरकार की ओर से चलने वाली कल्याणकारी योजनाओं का लाभ यहां के ग्रामीणों को नसीब नहीं हो पा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाड़कोड़ से मोहनपुर की दूरी लगभग दो किलोमीटर है मगर इसके बीच में एक जोरिया भी पड़ता है। जोरिया में अगर पुल का निर्माण हो जाए तो मोहनपुर गांव को मुख्य सड़क से जोड़ा जा सकता है। क्योंकि माधोपुर से बाड़कोड़ गांव तक प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना द्वारा पक्की सड़क का निर्माण कराया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव तक आने-जाने के लिए पगडंडी ही एक मात्र सहारा था। मगर गांव के अजीत कुमार उर्फ कामदेव सिंह ने अपनी कड़ी मेंहनत से टमाटर की खेती करना शुरु किया और धीरे-धीरे उसने टमाटर की अच्छी खेती कर कुछ पैसा जमा किया और ग्रामीणों की मदद से उसने अपने पैसे से गांव आने-जाने के लिए मोहनपुर से बाड़कोड गांव तक कच्ची सड़क का निर्माण कराया, जिससे इस गांव के लोगों को काफी सहूलियत होने लगी। कच्ची सड़क निर्माण में बाधक बना एक जोरिया का बांध जो हल्के बारिश में टूट गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क की मरम्मती के लिए हमलोगों ने मुखिया से लेकर जिला प्रशासन तक को आवेदन देकर लगातार गुहार लगायी , लेकिन हम गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है।