रांची, (हि.स.)। मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा पलामू में ब्राह्मण समाज के बारे में अपमानजनक वक्तव्य देने के विरोध में बुधवार को चाणक्य विचार मंच ने राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। धरना की अध्यक्षता करते हुए मंच के अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास का इस तरह का बयान निंदनीय है। चाणक्य विचार मंच इसकी निंदा करता है। मुख्यमंत्री तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें। रघुवर दास ने विकास के नाम पर राज्य में लूट मचा रखा है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में आखिर विकास कहां हो रहा है, यह रघुवर दास बतायें। अगर विकास होगा, तो दिखेगा। यह रघुवर दास को बताने की जरूरत नहीं है। आज ब्राहमणों के सामने सबसे बड़ी समस्या रोजी, रोजगार की है। ब्राहमणों के लिए राज्य में जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों के बारे में अपशब्द कहने का अर्थ है श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी, वीर सावरकर जैसे ब्राहमण नेताओं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, विहिप के प्रमुख लोगों को अपमानित करना है।
उन्होंने कहा कि 18 फरवरी, 2018 को रांची में केंद्रीय ब्राह्मण मंच और कई ब्राह्मण संस्थाएं मिलकर अखिल भारत स्तर पर महाधिवेशन का आयोजन करेंगे। इसमें देश विदेश के कई ब्राह्मण बुद्धिजीवी भाग लेंगे। इसमें इस विषय पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास को तत्काल पद से हटाया जाये, नहीं तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जायेगा।
गौरतलब है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने पलामू में ब्राह्मण पर विवादित बयान दिया था, जिसपर ब्राह्मणों ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया। इस मौके पर एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के नाम एक मांग पत्र भी सौंपा। इस अवसर पर राजीव रंजन मिश्रा, प्रेयेश तिवारी और सुरेन्द्र पाठक सहित अन्य लोग उपस्थित थे।