झारखंड
पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का केस लड़ने से वकीलों ने किया इनकार
By Deshwani | Publish Date: 29/11/2017 5:45:28 PMपाकुड़, (हि.स.)। जिला बार एसोसिएशन पाकुड़ से जुड़े वकीलों ने पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का केस लड़ने से इनकार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि गत पांच जुलाई को पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बैनर तले भाजपा नेता हिसाबी राय द्वारा व्हाट्सएप पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट की जांच के बाद क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ उग्र रैली निकाली गई थी। पुलिस ने रैली को नगर थाना के सामने आगे जाने से मना करते हुए रोक दिया था । पुलिस की इस कार्रवाई से रैली में शामिल लोग भड़क उठे और वे पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान पुलिस पर पथराव भी किया गया, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा था । साथ ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 43 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था जबकि तकरीबन सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था ।
इसके मद्देनजर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चंद्रपाड़ा निवासी अबैदुर्र रहमान ने सीजेएम पाकुड के कोर्ट में परिवाद संख्या 281/ 17 के आधार पर परिवाद दायर किया था, जिसमें एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल,पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी इंदुशेखर झा, मुफस्सिल थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी लव कुमार आदि के खिलाफ थाना के दो छोटे-छोटे हाजत में क्षमता से अधिक लोगों को ठूंस कर अमानवीय तरीके से पिटाई करने का आरोप लगाया था। इस मामले में पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की ओर से कोलकता तथा पुणे से दो वकील मंगलवार को सीजेएम कोर्ट में मौजूद थे। मिली जानकारी के मुताबिक सीजेएम ने पहचान का हवाला देकर स्थानीय बार एसोसिएशन से जुड़े किसी वकील से पैरवी करने की बात कही, जिसके मद्देनजर अबैदुर्र रहमान ने जिला बार एसोसिएशन पाकुड़ के अध्यक्ष मोहम्मद मोहीउद्दीन को पत्र लिखकर वकील उपलब्ध करवाने की मांग की, जिसके तहत मोहम्मद मोहीउद्दीन ने यह कहते हुए कि यह मामला दूसरे तरह का है, इसलिए इसकी पैरवी के लिए कोई स्थानीय वकील तैयार नहीं हैं, यह कहते हुए उन्हें मना कर दिया ।
इस संबंध में पाकुड़ जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद मोहीउद्दीन ने बुधवार को कहा कि वैसे किसी भी तरह के मामले जो राजनीति से जुड़े हैं और उससे साम्प्रदायिकता झलकती हो, उसकी पैरवी हमलोग नहीं कर सकते हैं। अलबत्ता अगर कोई वकील व्यक्तिगत तौर पर इसकी पैरवी को तैयार है तो हम उसे मना नहीं करेंगे।