बोकारो, (हि.स.)। चास नगर निगम में सब कुछ ठीनहीं दिख रहा है। निगम का अंतरद्वंद सोमवार को एक बार फिर उजागर हुआ। मेयर तथा कार्यपालक पदाधिकारी की कथित लापरवाही के खिलाफ उपमहापौर समेत कई पार्षदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर निगम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। उन्होंने कथित लापरवाही के खिलाफ खूब नारेबाजी की। बैठक से पहले एक निगमकर्मी की मौत पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी। उसके बाद बैठक की कार्रवाई शुरू होते ही पार्षद नरेश प्रसाद ने मनमानी के खिलाफ बहिष्कार का प्रस्ताव रखा, जिसे उपस्थित सभी पार्षदों ने ध्वनिमत से समर्थन देते हुए पास कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी मेयर अविनाश कुमार ने कहा कि निगम के सभी मामलों में मेयर और कार्यपालक पदाधिकारी मनमानी कर रहे हैं। बोर्ड बैठक से पहले स्थायी समिति की बैठक भी आयोजित नहीं की जाती है। हाल के दिनों में निगम के द्वारा डस्टबिन की खरीदारी की गई, जिसमे घोर अनियमितता बरती गयी है। पार्षदों द्वारा बतायी जाने वाली वार्ड की समस्याओं से सम्बंधित पत्र की अवहेलना की जाती है। नगरपालिका अधिनियम 2011 की धारा 37 के तहत सभी वार्डों में राजस्व-उगाही की 20 प्रतिशत राशि वार्ड समिति के माध्यम से खर्च किये जाने के मामले में अपने खास लोगों को लाभान्वित किये जाने के कारण आदेश का उल्लंघन किया जाता है। योजनाओं के शिलान्यास और उद्धघाटन में मनमाने तरीके से बोर्ड लगाए जाने और पार्षदों का अपमान किये जाने के कारण बोर्ड का बहिष्कार किया गया है। अविनाश ने कहा कि जब तक पार्षदों को मान-सम्मान नहीं दिया जायेगा, बोर्ड का बहिष्कार जारी रहेगा। उपस्थित पार्षदों ने भी अपनी व्यथा मीडिया के सामने रख सामूहित इस्तीफे तक की चेतावनी दे डाली।
बहिष्कार में पार्षद कल्याणी सिंह, राजन सिंह, आबिदा खातून, कुमार विवेक, पूनम देवी, प्रदीप शर्मा, अनिता देवी, लता देवी, मंजू कुमारी महतो, श्रीकांत राय, वंदना शर्मा, नमिता देवी, रेखा देवी, जयप्रकाश तापड़िया, उर्मिला देवी, सहनाज परवीन, लीला देवी, सुरभि देवी, प्रभा देवी, सरोज कुमार, नरेश प्रसाद, सुनील कुमार महतो, कौशल राय, मोहम्मद आजाद, रूपा देवी, किशुन लाल गोप, आशा कुमारी शामिल रहीं।