रांची, (हि.स.)। नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों में प्रदर्शन और धरनों का आयोजन किया गया। इस दौरान रांची, रामगढ़, दुमका, बोकारो, सिमडेगा, खूंटी, चाईबासा, कोडरमा, गिरिडीह, सहित कई जिलों में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस की ओर से बुधवार को राजभवन के समक्ष आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पूरा देश नोटबन्दी को लेकर त्राहिमाम कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के लोग जश्न मना रहे हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में अचरज जताते हुए कहा कि भाजपा किस बात का जश्न मना रही है? सैकड़ों लोग मर गये, विकास की रफ्तार रुक गई। जून 2017 तिमाही रिपोर्ट में 15 लाख नौकरियॉं चली गयीं, किसान मर रहे हैं, आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि हुई है। देश कैशलेस नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आह्वान पर पूरा देश आज काला दिवस मना रहा है।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि नीतिगत फैसलों के वक्त सरकार को समाज के अंतिम व्यक्ति को सामने रखकर निर्णय करना चाहिए था लेकिन भाजपा सरकार ने गरीबों को ही कुचलने का प्रयास किया और बड़े घरानों को लाभ पहुंचाया है। और तो और संवैधानिक संस्थानों की स्वतंत्रता के साथ भी मजाक किया है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि नोट बन्दी के एक वर्ष में इस देश ने बहुत कुछ खोया है और नुकसान के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बड़े औद्योगिक घरानों को लाभ हुआ है। पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा है कि नोट बन्दी के माध्यम से भाजपा ने देश की जनता के घरों में डाका डाला है और खुद के पैसों के लिए सबको मोहताज बना दिया है। उन्होंने कहा कि एकजुटता के साथ भाजपा सरकार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर पर विधायक मनोज यादव, पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहु, आलोक कुमार दूबे, रमा खलखो, सुरेन्द्र सिंह सहित अन्य लोग शामिल थे।