धर्मस्थल लुगूबुरु घंटाबाड़ी की सुध नहीं ली पूर्ववर्ती तीनों संथाली सीएम ने : लक्ष्मण गिलुआ
रांची, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि संथालियों के सबसे पवित्र धर्मस्थल लुगूबुरु घंटाबाड़ी को गत दिवस मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अध्यात्मिक और सांस्कृतिक रुप से विकसित करने का जो फैसला लिया है इसका प्रदेश भाजपा स्वागत करती है । उन्होंने कहा कि गतवर्ती सरकार में तीन –तीन संथाली मुख्यमंत्री हुए लेकिन किसी ने इसकी सुध तक नहीं ली ।
गिलुआ ने सोमवार को यहां प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि झारखंड गठन के बाद राज्य में तीन-तीन संथाली मुख्यमंत्री हुए लेकिन किसी ने भी अपने सबसे बड़े धर्म स्थल गुगूबुरु घंटाबाड़ी को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से डेवलप करने की इच्छा शक्ति नहीं जगाई ,यह दुर्भाग्यपूर्ण है । हमारी सरकार ने संथालियों की सुध लेते हुए इस पुनीत कार्य को करने का निर्णय लिया है जिसका प्रदेश भाजपा स्वागत करती है ।
लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि लुगूबरु में प्रत्येक वर्ष संथाली समाज का आयोजन होता है। वर्ष में एक बार यहां संथाली समाज के लोग विदेशों तक से यहां पहुंचते हैं । इस दिन से ही यह समाज अपने सभी अच्छे कार्यों की शुरुआत करती है । इस वर्ष भी यहां पांच लाख लोग जुटे। नेपाल-बाग्लादेश से भी लोग यहां पहुंचे लेकिन झारखंड गठन के बाद यह पहली सरकार है जिसने इस धार्मिक स्थल को अंन्तर्राष्ट्रीय पहचान देने की ठानी है ।
एक प्रश्न के जवाब में गिलुआ ने कहा कि घूम-घूम कर आज झामुमो के हेमंत सोरेन कहते हैं कि हमने लड़कर अलग राज्य बनाया, हम मानते है कि उन्होंने लड़ाई की लेकिन इस राज्य को कभी कांग्रेस के हाथों तो कभी राजद के हाथों बेचकर प्रदेश की न केवल छवि को धूमिल किया बल्कि अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए अपने समाज तक को छला। हमारी सरकार ने (बाजपेयी जी) के प्रधानमंत्रित्व काल में झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ राज्य को अलग पहचान दिलाई और अब हम ही इसे संवारेंगे-सजायेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के एक वर्ष पूरे होने और राज्य के गठन की वार्षिकी पर हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से नोटबंदी की उपलब्धियों के बारे में बतायेंगे। साथ ही राज्य गठन के दिन मोटरसाइकिल जुलूस, नुक्कड़ सभा कर राज्य सरकार की उपलब्धियों को बतायेंगे।