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झारखंड
रोजगार सृजन सरकार की सिर्फ प्राथमिकता नहीं है, बल्कि कर्तव्य भी है : राजबाला वर्मा
By Deshwani | Publish Date: 5/10/2017 8:01:24 PM
रोजगार सृजन सरकार की सिर्फ प्राथमिकता नहीं है, बल्कि कर्तव्य भी है : राजबाला वर्मा

रांची । मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि झारखंड में 65 लाख जनसंख्या 15 से 35 वर्ष के बीच है। यह जनसंख्या बताती है कि झारखंड का फोकस किस ओर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन सरकार की सिर्फ प्राथमिकता नहीं है, बल्कि कर्तव्य भी है। सरकार खनिज, उद्योग के अलावा उभरते क्षेत्र की ओर देख रही है। राजबाला वर्मा गुरूवार को होटल रेडिशन ब्लू में तकनीकी उच्च शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की ओर से आयोजित सेक्टर स्किल काउंसिल समिट में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी। उन्होंने कहा कि झारखंड पूरी तरह संभावनाओं का प्रदेश है। जिसकी संभावना में से अभी बहुत कुछ निकाला जाना बाकी है। विभिन्न कम्पनियों के प्रमुख आपस में वैचारिक अदान-प्रदान कर एक स्पष्ट कार्य योजना तैयार करें, जिससे झारखण्ड में युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि रांची के पुंदाग में एक विश्व स्तरीय कौशल विकास केन्द्र तथा प्रशिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र तैयार होगा, जिसके माध्यम से युवाओं को विश्व स्तरीय कौशल प्रशिक्षण देकर न केवल झारखण्ड या भारत में अपितु विश्व के किसी भी देश में रोजगार प्राप्त करने के लिए युवाओं को सक्षम बनाया जा सकेगा। सरकार का प्रयास है कि राज्य के युवाओं को विभिन्न प्रक्षेत्रों में प्रशिक्षित कर उनके लिये राज्य में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायें। इसके लिए सरकार राज्य में उद्योगों की स्थापना की दिशा में कारगर कदम उठा चुकी है तथा प्रथम और द्वितीय चरणों में 19 तथा 74 उद्योगों की स्थापना की दिशा में कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य के 15-30 वर्ष के 50 लाख से भी ज्यादा युवा को प्रशिक्षित कर तथा उन्हें रोजगार से जोड़कर देश को सबसे ज्यादा भरोसेमंद श्रमशक्ति देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सरकार की सीधी नौकरी के अलावा मोमेंटम झारखण्ड के फलाफल से राज्य में युवाओं को नौकरियां मिलें तथा स्वरोजगार के अवसर पैदा हो। इसके लिये सरकार ने पूंजी निवेश की दिशा में सकारात्मक पहल की है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट के दौरान हुए एमओयू के कार्यान्वयन के तीसरे चरण में कम से कम 100 कंपनियों को धरातल पर उतारा जायेगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वामी विवेकानन्द की जयंती 12 जनवरी 2018 को 25 हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा, तकनीकी एवं कौशल विकास के सचिव अजय कुमार ने कहा कि फरवरी माह में हुए इन्वेस्टर समिट में राज्य में तीन लाख करोड़ के पूंजी निवेश के लिए एमओयू हुए हैं। तथा बहुत तेजी से सभी एमओयू को धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। कई मेगा स्किल सेंटर खोले गये हैं। स्किल से जुड़े कार्यक्रम कॉलेजों में भी संचालित किये जा रहे हैं तथा स्किल से जुड़े सभी स्टेक होल्डरों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि हम पूरे देश को एक स्किल झारखड दे सकें। 2022 तक झारखंड के 20 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है तथा इसके लिये सिंमस जैसी कंपनियों ने भी राज्य में स्किल सेंटर खोलने की इच्छा जताई है। समिटि के दौरान स्किल सेंटर से जुड़ी विभिन्न सेक्टर के 34 कंपनियों के साथ एमओयू किया गया। इस अवसर पर मिशन डायरेक्टर रविरंजन, मिशन सेक्टर के सीईओ अमर झा, सेवानिवृत लेफ्टिनेंट एसपी कोचर, सीइओ जेएसएलपीएस पारितोष उपाध्याय, एनएसडीसी के जयकांत सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
 
 
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