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झारखंड
बीएसएफ के 40 सहायक कमांडेंट झारखंड में होंगे प्रतिनियुक्त
By Deshwani | Publish Date: 26/8/2017 6:41:29 PM
बीएसएफ के 40 सहायक कमांडेंट झारखंड में होंगे प्रतिनियुक्त

रांची, (हि.स.)। झारखंड पुलिस दिसंबर तक नक्सलियों के राज्य से खात्मे की समय सीमा के तहत काम कर रही है। इसी कड़ी में एसटीएफ के 40 एसाल्ट ग्रुप में सहायक कमांडेंट स्तर के अधिकारियों को प्रभारी बनाया जाना है। एसाल्ट ग्रुप का प्रभारी डीएसपी स्तर का अधिकारी होता है। झारखंड पुलिस मुख्यालय ने पारा मिलिट्री फोर्स से सहायक कमांडेंट स्तर के अधिकारी की मांग की थी, जिसे मंजूरी मिल गई है। झारखंड के सारंडा, बूढ़ा पहाड़, सरयू, बनालात, कुंदा, पारसनाथ के इलाके नक्सलियों की शरणस्थली हैं। जहां की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि वहां आसानी से नहीं पहुंचा जा सकता है। घना जंगल है। इसी का लाभ नक्सली उठाते हैं। ये अधिकारी जब झारखंड पहुंचेंगे और अभियान में शामिल होंगे तो नक्सलियों के खिलाफ कड़ा अभियान चलेगा। 

बीएसएफ के अधिकारी दुरूह इलाकों में रहते हैं। झारखंड की भौगोलिक स्थिति भी उसी के अनुरूप है। इसका लाभ उन अधिकारियों के कारण अभियान में मिलेगा। जिससे नक्सलियों का सफाया होगा। सूत्रों के अनुसार बीएसएफ से पांच सहायक कमांडेंट स्तर के अधिकारियों को झारखंड में योगदान करने का निर्देश दिया गया था। इसमें से चार ने योगदान दे दिया है। 15 और अधिकारियों को झारखंड में प्रतिनियुक्त किया गया है। इनमें से कई अन्य अधिकारी भी पहुंच गए है। पुलिस मुख्यालय ने और अधिकारियों की मांग की है। झारखंड में कम से कम 40 सहायक कमांडेंट स्तर के अधिकारी एसटीएफ को चाहिए।जिससे नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने में मदद मिलेगी।
 
नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में सीआरपीएफ के 14 अधिकारी जो सहायक कमांडेंट स्तर के हैं, वे अलग से प्रतिनियुक्त हैं। उन्हें उग्रवादग्रस्त 14 जिलों में अभियान का एएसपी बनाया गया है। इस राज्य में पारा मिलिट्री फोर्स (सीआरपीएफ )की 120 कंपनी प्रतिनियुक्त है। गौरतलब है कि डीजीपी डीके पांडेय ने कई बार पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि दिसंबर 2017 में राज्य से नक्सलियों का सफाया हो जाएगा इसके लिए पूरे राज्य में अभियान चलाया जा रहा है।
 
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