झारखंड
लालू की रैली में दिखेगा झारखंड विपक्ष की एकता
By Deshwani | Publish Date: 21/8/2017 8:35:46 PMरांची, (हि.स.)। झारखंड में चारा घोटाला मामले की पेशी में आए दिन रांची आते रहे राजद प्रमुख ने प्रदेश में विपक्षी एकता मजबूत किया है जिसकी बानगी 27 अगस्त को पटना में राजद की महारैली में दिख सकती है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने रैली में झारखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांडी और हेमंत सोरेन को बुलाया है। लालू दोनों नेताओं को मिलाकर झारखंड में विपक्षी गठबंधन की नींव तैयार करने वाले हैं। बाबूलाल मरांडी झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) और हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष-सह नेता प्रतिपक्ष है। गठबंधन में प्रमुख किरदार निभाने वाले दलों में झामुमो, कांग्रेस, झाविमो और राजद है। नेतृत्व का टकराव हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी के बीच ही है। पहले भी झारखंड में विपक्षी एकता के प्रयास इसी को लेकर बिखरते रहे हैं। इसलिए लालू प्रसाद ने पहले इन्हीं दोनों नेताओं को मिलाकर गठबंधन का प्लॉट तैयार करने के लिए दूर की चाल चली है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी अपने तेवर स्पष्ट कर चुके हैं, उन्होंने कई बार कहा है कि वह भाजपानीत गठबंधन का हिस्सा इस जन्म में तो नहीं बनेंगे। रही बात झामुमो की तो वह पहले से ही विपक्ष का एक मजबूत स्तम्भ है। लालू की योजना झारखंड के विपक्षी महागठबंधन में झामुमो, कांग्रेस, झाविमो और राजद के साथ-साथ वामपंथी दलों को भी मिलाने की है। लेकिन प्रारंभिक बातचीत चार दलों के बीच ही होगी। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती इन दलों के बीच नेतृत्व को लेकर होने वाली जोर आजमाइश है। जिसे लेकर लालू लगातार प्रयासरत है कि मरांडी और हेमंत में सहमति बन जाये।