झारखंड
एटीएस झारखंड में अलकायदा का नेटवर्क खंगालने में जुटी
By Deshwani | Publish Date: 11/8/2017 7:38:37 PM रांची, (हि.स.)। अलकायदा के संदिग्ध आतंकी सैय्यद जीशान अली की गिरफ्तारी के बाद एटीएस (आंतक निरोधी दस्ता) झारखंड में अलकायदा के नेटवर्क खंगालने में जुट गयी है। जमशेदपुर के जाकीरनगर रोड नंबर 14 (वेस्ट) स्थित जीशान अली के आवास पर पैनी नजर रखे हुए है। मामले को लेकर एटीएस की टीम ने शुक्रवार को उसके पिता सैय्यद आरआइ हैदर से पूछताछ की। पुलिस सूत्रो के अनुसार दिल्ली पुलिस की टीम को पूछताछ में जमशेदपुर से अलकायदा के नेटवर्क के बारे में काफी अहम जानकारी मिली है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल जमशेदपुर आ सकती है। वहीं रांची एटीएस की टीम भी सभी बिंदू पर जांच के लिए व जीशान के साथियों की तलाश में जुट गयी है। झारखंड की एटीएस टीम को जीशान की तलाश वर्ष 2016 से है। जीशान अली और उसका भाई सैय्यद मोहम्मद अर्शियान अली दोनों का ग्लोबल आतंकी संगठन से जुड़ने के संकेत दिल्ली पुलिस को मिले है। दिल्ली पुलिस की आंतकियों की बनायी गयी मोस्ट वांटेड लिस्ट में जून 2016 में जीशान और अर्शियान को शामिल किया गया था। जीशान और अर्शियान की तलाश में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और रांची एटीएस पहले भी कई बार जमशेदपुर के आजादनगर आकर मामले की छानबीन कर चुकी है। 2014 से भारत में फैलाया गया जाल सितंबर 2014 में अलकायदा के शीर्ष नेता अयमान अल-जवाहिरी का एक वीडियो दुनिया के सामने आया था। इस वीडियो में जवाहिरी ने एक्यूआइएस के गठन की घोषणा की थी। एक साल के बाद पुलिस ने अलकायदा के इस मॉड्यूल को तोड़ते हुए यूपी के संभल से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद धीरे-धीरे वह कटकी तक पहुंच सकी। एक्यूआइएस का प्रमुख मौलाना असीम उमर उर्फ शान-उल हक भी संभल के दीपा सराय का रहने वाला था। झारखंड पुलिस के आलाधिकारी मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे है। अधिकारियों की माने तो एटीएस अपनी कार्रवाई कर रही है। इसमें पुलिस उसका सहयोग कर रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद से अलकायदा के संदिग्ध आतंकी सैय्यद मोहम्मद जीशान अली (29 वर्ष) को सऊदी अरब से गिरफ्तार किया था। उसे बुधवार की देर रात सऊदी अरब से नयी दिल्ली लाया गया था। गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने जीशान को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। उसके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने जून, 2016 में लुक आउट नोटिस जारी किया था। दिल्ली पुलिस के अनुसार जीशान सऊदी से ही भारत में आतंकी गतिविधियों को ऑपरेट कर रहा था। जीशान के सऊदी से दिल्ली लौटने पर हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। 15 अगस्त से पूर्व की गयी इस गिरफ्तारी को दिल्ली पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। जीशान अलकायदा के उपमहाद्वीप में बने संगठन एक्यूआइएस के भारत के मुखिया अब्दुल रहमान कटकी का सहयोगी रहा है। कटकी को दिल्ली पुलिस ने 15 दिसंबर 2015 को कटक से गिरफ्तार किया था। इसके बाद आतंकी संगठन के झारखंड में नेटवर्क का खुलासा हुआ था। दिल्ली पुलिस को अभी भी जिशान के भाई सैय्यद मोहम्मद अर्शियान की तलाश है। इसके तालाश के लिए छापेमारी जारी है।