झारखंड
सरकारी मिड डे मिल से राज्यपाल असंतुष्ट
By Deshwani | Publish Date: 10/8/2017 8:11:32 PMबोकारो, (हि.स.)। राज्य के मध्याह्न भोजन में लगातार मिल रही गड़बड़ियों की शिकायतें तथा आये दिन कीड़ायुक्त, छिपकिलीयुक्त खराब खाना परोसे जाने की खबरों को लेकर आमजनों में सरकारी मिड डे मील के प्रति रोष तो लाजमी है, लेकिन जब राज्य की प्रथम व सर्वोच्च नागरिक राज्यपाल भी इसे लेकर असंतुष्ट दिखे तो यह सरकारी व्यवस्था के लिये विडंबना व दुर्भाग्यपूर्ण ही माना जायेगा। बोकारो में गुरुवार को आयोजित ओएनजीसी के कार्यक्रम में इसकी सीएसआर गतिविधियों को व्यापकता देने का संदेश देने के क्रम में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने इस इलाके के सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन का दायित्व भी कंपनी द्वारा संभालने की अपील की। उनकी इस अपील में कहीं न कहीं सरकारी मध्याह्न-भोजन व्यवस्था के प्रति नाराजगी अथवा असंतुष्टि साफ तौर पर दिखी। उन्होंने कहा कि बच्चे समाज व देश का भविष्य हैं। देश की उन्नति तभी होगी जब बच्चे मानसिक व शारीरिक तौर पर अच्छे होंगे और आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने ओएनजीसी से कहा कि यह कंपनी अपने सीएसआर (निगमित सामाजिक दायित्व) के तहत सरकारी स्कूलो में बच्चों को अपने स्तर से मध्याह्न भोजन कराने की व्यवस्था करे। बच्चों को और बेहतर खाना खिलाने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा- मुझे लगता है कि ओएनजीसी खाना की व्यवस्था करेगी तो बच्चों को अच्छा खाना मिलेगा। बच्चे अच्छा खायेंगे तो उनका ज्ञान भी अच्छा होगा, जिसका असर देश के विकास पर पड़ेगा। उनकी इस अपील के बारे में पूछे जाने पर ओएनजीसी के निदेशक (आन शोर) वेदप्रकाश महावर ने कहा कि वह अपने यहां के विभागीय दायित्व का जायजा लेकर यथासंभव इस दिशा में आगे कदम बढ़ायेंगे।