रांची, (हि.स.)। कभी देवघर, कभी दुमका, कभी चाईबासा तो कभी डोरंहीं जगहों के कोषागार से अवैध निकासी मामले में राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव रांची के सीबीआई की विशेष अदालत में इन दिनों हाजिरी देते नज़र आ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद चारा घोटाले से जुड़े मामलों के खुलने के बाद और अदालती कार्रवाई में आई तेज़ी से राजद सुप्रीमो समेत तमाम आरोपियों की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं। न्यायिक प्रक्रिया में उपस्थित होने के कारण लालू यादव का ज्यादातर समय इन दिनों अदालती कार्रवाइयों में ही बीत रहा है।
कई कोषागारों से अवैध निकासी का है मामला
आरसी 64A/96 देवघर, आरसी 68A/96 चाईबासा, आरसी 38A/96 दुमका और आरसी 47A/96 डोरंडा कोषागार मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को देवघर कोषागार मामले में लालू की तरफ से एक गवाह की गवाही न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में हुई। यही नहीं चाईबासा कोषागार से हुई अवैध निकासी मामले में भी एसएस प्रसाद की अदालत में भी लालू यादव के तरफ से एक गवाह का बयान दर्ज किया गया। वहीं डोरंडा और दुमका मामले में भी लालू की पेशी हुई।
लालू यादव का एक गवाह रहा अनुपस्थित
गुरुवार को देवघर और चाईबासा कोषागार से जुड़े मामले में उनकी और से दो लोगों की गवाही होनी थी। लेकिन एक गवाह के उपस्थित नहीं होने पर सिर्फ एक गवाह शशि भूषण शर्मा ने गवाही दी। शुक्रवार को और दो गवाहों को देवघर तथा चाईबासा मामले में गवाही के लिए आना है। वहीं अन्य दो मामलों, जो डोरंडा और दुमका कोषागार से जुड़ा है, में उन्हें सशरीर उपस्थित होना है।