झारखंड
दुमका से निकली हुल पदयात्रा
By Deshwani | Publish Date: 26/6/2017 5:12:44 PMदुमका, (हि.स.)। सिदो कान्हू (पोखरा) चौक से सोमवार को हुल दिवस से पूर्व 16वां हुल पदयात्रा जत्था साहिबगंज जिला के लिए रवाना हुआ। जत्था 30 जून को जन नायक शहीद सिदो कान्हू के शहीद स्थल भोगनाडीह पहुंचेंगा। पदयात्रा प्रतिवर्ष गोटा भारत हुल बैसी संस्था, दुमका द्वारा निकली जाती है। जत्था का नेतृत्व डॉ आनन्द सोरेन, कांग्रेसी नेता डॉ सुशील मरांडी, मेरीनीला मरांडी, एमनुवेल मुर्मू आदि ने की। जत्था में करीब 100 की संख्या में महिला-पुरुष रवाना हुए। जत्था दुमका-पाकुड़ मुख्य पथ से जायेगी।
जत्था में दुमका जिले के जामा प्रखंड के कुकुरथोपा, काठीकुंड एवं गोपीकांदर प्रखंड के दुर्गापुर में सैकड़ों की संख्या में हुल के समर्थक शामिल होते है। पदयात्रा को सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनोरंजन सिन्हा, पूर्व प्रतिकुलपति डॉ प्रमोदिनी हांसदा, जिला परिसद अध्यक्ष जोयस बेसरा, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित एवं झामुमो केंद्रीय महासचिव सह जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष विजय सिंह ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा जत्था रवाना होने से पूर्व स्वतंत्रता सेनानी शहीद सिदो कान्हू के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर एवं माल्यर्पण कर पूजा-अर्चना की। इससे पहले जत्थे का स्वागत आदिवासी परंपरा के अनुसार नृत्य एवं संगीत से हुआ। यहां बता दें कि शहीद सिदो कान्हू एवं उनके दो अन्य भाई चांद एवं भैरव सहित अन्य लोगों ने अंग्रेजों के शोषण के खिलाफ 30 जून 1855-56 में हुल क्रांति के रूप में साहिबगंज जिला में भोगनाडीह से जंग छेड़ी थी। बाद में भोगनाडीह में ही अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते-लड़ते सिदो कान्हू शहिद हुए थे।