झारखंड
अधिकारी फर्जी आंकड़े नहीं पेश करें : नीरा यादव
By Deshwani | Publish Date: 12/6/2017 5:15:59 PMदुमका, (हि.स.)। शिक्षा का व्यवसायीकरण सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए सरकार प्रयत्नशील है। निजी स्कूलों के संचालकों पर रोक लगाने के लिए सरकार की ओर से शिक्षा न्यायाधिकरण बोर्ड का गठन किया जा रहा है। यह बातें शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने सोमवार को परिसदन भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि न्यायाधिकरण बोर्ड के अध्यक्ष जिले के डीसी होंगे। पांच सदस्यीय बोर्ड सदस्यों में जिला शिक्षा पदाधिकारी, एक कानूनविद, एक शिक्षाविद तथा अभिभावक शामिल होंगे जो निजी स्कूल संचालकों की मनमानी पर अंकुश लगायेंगे। इस दिशा में सरकार काम कर रही है।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों से तीन साल की प्रोग्रेस की रिपोर्ट मांगी जायेगी। अधिकारियों से सुझाव मांगा जायेगा, कमियां जानी जायेगी और खामियों को दूर करने का निर्देश दिया जायेगा। गुणवत्तापूर्ण बेहतर शिक्षा राज्य में लागू हो, इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किया जायेगा। उन्होंने हर हाल में बेहतर परिणाम देने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारी फर्जी आंकड़े प्रस्तुत नहीं करे। अधिकारियों द्वारा किये गये कार्य जमीन पर दिखने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। जिसे दूर करने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने स्कूलो में पेयजल सुविधा नहीं होने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि चापाकल विहीन स्कूलों की सूची अधिकारियों से मांगी जा रही है। स्कूलों में पेयजल सुविधा जल्द बहाल की जायेगी। इसके बाद नीरा यादव इंडोर स्टेडियम में अधिकारियों समीक्षा बैठक में शामिल हुई। दुमका पहुंचने से पूर्व मंत्री ने बाबा बासुकीनाथ मंदिर पहुंच फौजदारी बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की। इससे पहले परिसदन भवन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से मंत्री डॉ यादव का स्वागत किया। भाजपा कार्यकर्ताओं का नेतृत्व जिलाध्यक्ष निवास मंडल ने किया।