बोकारो, (हि.स.)। आमलोगों में सरकारी कामकाज के प्रति शिथिलता तथा सरकारीकर्मियों के प्रति सुस्त और लापरवाही की अवधारणा बन चुकी है। डाक विभाग का कामकाज भी ऐसी ही सुस्ती के कारण कई बार आमलोगों के लिए नुकसानदायक बना है।
परंतु बदलते जमाने के साथ बढ़ती तकनीक जनता की उक्त अवधारणा को बदलने की राह पर है। इसी कड़ी में बोकारो के डाककर्मियों की सुस्त कार्यशैली तथा मनमानी पर अब तकनीक का शिकंजा कस चुका है। एेसी व्यवस्था हो चली है कि वर्षों से उनकी फांकीबाजी पर लगाम लगाई जा सकी है। अब कोई भी डाकिया किसी के भेजे गये डाक को यह कह नहीं टाल सकता कि फलां व्यक्ति घर पर नहीं था। डाकिया कहां जाता है, किस-किस गली से होकर गुजरता है, किसे उसने रीयल टाइम पर पोस्टल डिलिवारी दी या नहीं दी, इन तमाम बातों का रिकॉर्ड सीधे विभाग के पास दर्ज हो रहा है।
एक स्मार्टफोन उसकी तमाम गतिविधियों का ब्योरा रखेगा। खास बात यह है कि विशेष सॉफ्टवेयर आधारित स्मार्टफोन के डेटा से वह किसी तरह की कोई छेड़छाड़ भी नहीं कर सकता। शाम होते ही जैसे ही वह अपने कार्यालय में अपना फोन और रिपोर्ट सबमिट करेगा कि उसके फोन से उस दिन का सारा डेटा अपने-आप हट जाएगा।
डाक विभाग की कार्यप्रणाली में बदलाव की यह मुहिम हाल ही में बोकारो में शुरू हुई है। धनबाद एसएसपी एन. सरकार तथा बोकारो के एसएसपी विश्वजीत राय ने पोस्टमैन एप की यहां विधिवत लॉन्चिंग की। इस एप से जहां रीयल टाइम पोस्टल डिलिवरी सुनिश्चित हो रही है, वहीं जीपीएसयुक्त तकनीक डाकियों के आने-जाने की गतिविधि पर नजर रख रही है।
एएसपी वी. राय ने हिस को एक खास बातचीत में बताया कि बोकारो के तमाम डाकघरों में चरणबद्ध तरीके से इस एप के माध्यम से कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। बोकारो के लिए कुल 52 स्मार्टफोन आवंटित किए गए हैं। 24 से अधिक स्मार्टफोन का वितरण विभिन्न डाकघरों के पोस्टमैन के बीच किया जा रहा है। एक-दो सप्ताह में सभी जगह पूरी तरह से यह व्यवस्था चालू हो जाएगी। सैमसंग कंपनी के ये स्मार्टफोन एयरटेल की 4-जी कनेक्टेविटी के साथ दिया जा रहा है।
डाकिये को इंटरनेट-रिचार्ज करने की जरूरत भी नहीं होगी, विभाग स्वयं कर देगा। उन्होंने बताया कि पोस्टमैन एप के जरिये रजिस्टर्ड डाक, स्पीड पोस्ट, सीओपी आदि की रीयल टाइम डिलिवारी हो सकेगी। डाक भेजने वाला व्यक्ति भी उसके बार कोड से डाक की स्थिति का पता लगा सकता है। इसथा के बाद से अब पोस्टमैन पेपरलेस होकर क्षेत्र में काम करने लगे हैं। डाक की डिलिवारी करते समय पोस्टमैन अब लोगों से डिजिटल सिगनेचर या फिर मोबाइल पर ही डिजिटल थंब प्रिन्ट ले रहे हैं। राय ने बताया कि अब तक प्रधान डाकघर, सेक्टर-9, सेक्टर-4 व सेक्टर-3 के डाकघरों में पदस्थापित डाकियों को स्मार्टफोन दिये जा चुके हैं।