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झारखंड
पानी की किल्लत में ताराजोरा के लोग झरने का पानी पीने को विवश
By Deshwani | Publish Date: 5/6/2017 11:31:31 AM
पानी की किल्लत में ताराजोरा के लोग झरने का पानी पीने को विवश

दुमका,(हि.स.)। दुमका मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर गुहियाजोड़ी पहाड़ के ठीक पीछे ताराजोड़ा गांव (लगभग 35 परिवार) के पहाड़िया टोला में पीने के पानी की घोर किल्लत है। यह गांव सदर प्रखंड के भुरकुंडा पंचायत के अंतर्गत आता है। जहां एक ओर राज्य सरकार और हाईकोर्ट पीने के पानी के मुद्दे पर गंभीर है। वहीं जन प्रतिनिधि, पंचायत सचिव और विभाग इस पर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। 
पहाड़िया टोला में कुल चार चापाकल है, जिसमें मात्र एक चापाकल ठीक है, जिसे ग्रामीणों ने अपने पैसे से मरम्मत करवाया और तीन चापाकल महीनों से खराब पड़ा है। चुड़का मुर्मू के घर के सामने का चापाकल चार वर्षो से खराब है। वही गंगू सिंह के घर के सामने का चापाकल और आंगनबाड़ी का चापाकल तीन महीने से खराब है। ग्रामीणों ने कहा चापाकल मरम्मत का आग्रह भुरकुंडा पंचायत की मुखिया सुशान्ति हांसदा से कई बार किया गया, लेकिन उसने चापाकल का मरम्मत अब तक नहीं करवाया। जबकि मुखिया इसी गांव के दूसरा टोला “हिरण टोला” में निवास करती है। ग्रामीणों ने मुखिया पर पक्षपाती होने का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने कहा बच्चों को आंगनबाड़ी का चापाकल खराब रहने से पीने का पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
वर्तमान में ग्रामीण लगभग एक किलोमीटर दूर डडी (झरना) का पानी पीने के लिए विवश हैं। ग्रामीणों ने पानी की समस्या हर समय होने के कारण एक वर्ष पूर्व उसे ईट से बांधा कर बनाया था। पंचायत सचिव अशोक मंडल से इस समस्या के बारे में पूछने पर उसने कहा ग्रामीणों का आवेदन मिलने पर चापाकल मरम्मत करावा दिया जायेगा। 
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