ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
झारखंड
बाल यौन शोषण एक गंभीर समस्या : राज्यपाल
By Deshwani | Publish Date: 29/5/2017 4:50:05 PM
बाल यौन शोषण एक गंभीर समस्या : राज्यपाल

रांची, (हि.स.)। बाल यौन शोषण आज हमारे समाज के समक्ष एक गंभीर एवं जटिल समस्या है। यह हमारे समाज की बेहद ही चिन्तनीय एवं निंदनीय सामाजिक बुराईयों में से एक है। यह अत्यंत चिन्ता का विषय है कि भारत में बाल यौन शोषण की घटनाएं बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। उपरोक्त बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने बाल यौन शोषण के खिलाफ राज्यस्तरीय अभियान का शुभारंभ करते हुए कही।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि वर्तमान में बाल यौन शोषण के बहुत-से मामलों को दर्ज नहीं किया जाता क्योंकि ऐसे मामलों को सार्वजनिक करने पर परिवार खुद को असहज महसूस करता है। इसके बारे में एक सामान्य धारणा है, ‘ऐसी बातें घर की चार-दिवारी के अन्दर ही रहनी चाहिये।’ बाल यौन शोषण की बात के सार्वजनिक हो जाने पर परिवार की गरिमा के खराब होने के बारे में लगातार भय बना रहता है। बाल यौन शोषण जैसे घृणित कार्य पर रोकथाम के लिए क्या किया जाये, यह आज हम सबके समक्ष एक अहम चुनौती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि इस सामाजिक कुरीति का अन्त नहीं हो सकता है। सभी समस्या का समाधान संभव है, जरूरत है उस दिशा में प्रतिबद्ध होकर आगे बढ़ने की। सभी को सर्वप्रथम एक अच्छा नागरिक बनना होगा। देश का एक अच्छा एवं उत्तरदायी नागरिक कतई इस प्रकार का कार्य नहीं करेगा। 
श्रीमती मुर्मू ने कहा कि बाल यौन शोषण कई रूपों में होता है जिससे माता-पिता और बच्चों दोनों को अवगत कराकर रोका जा सकता है। अतः माता-पिता के लिये बहुत आवश्यक है कि वे अपने बच्चों से अच्छी तरह बात करें तथा उनको सभी स्तर की निरंतर जानकारी देते रहें। वे अपनी बच्चों की बातों को गंभीरतापूर्वक सुनें। आज के माहौल में मैं यही कहूंगी कि माता-पिता अपने बच्चों की हर प्रकार की सुरक्षा के प्रति सचेत रहें। उन्हें अपने बच्चों की हर गतिविधि की जानकारी रखनी होगी। साथ ही विद्यालय एवं समाज भी बच्चों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रहें। अभियान इसको एक आंदोलन के रूप में लें। यह अभियान तब तक न रूकें, जब तक समाज से इस कुरीति का पूरी तरह अन्त नहीं हो जाता। यह किसी कार्यक्रम तक ही सीमित नहीं रहना चाहिये, इसको धरातल पर भी दिखना चाहिये। 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS