वाशिंगटन, (आईपीएन/आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार और दामाद जेयर्ड कुश्नर इराक दौरे पर हैं। उनका इराक दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जबकि अमेरिकी सेना आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के चंगुल से इराकी शहर मोसुल को छुड़ाने के अभियान में सहयोग कर रही है। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने ’न्यूयॉर्क टाइम्स’ को रविवार को बताया कि कुश्नर (36) अमेरिकी ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल जोसेफ एफ.डनफोर्ड जू. के निमंत्रण पर युद्धग्रस्त देश का दौरा कर रहे हैं।
हालांकि, अभी तक कुश्नर के इराक दौरे के कारण स्पष्ट नहीं है। ’वाशिंगटन पोस्ट’ के मुताबिक, कुश्नर किसी राजनयिक की तरह काम कर रहे हैं। उनके पोर्टफोलियो में चीन, मेक्सिको, कनाडा और मध्य-पूर्व के देश शामिल हैं। ट्रंप ने कुश्नर को क्षेत्र में शांति बहाली का जिम्मा सौंपा है।
उन्हें हाल ही में अमेरिकी नवोन्मेष कार्यालय का प्रमुख बनाया गया। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद से ही अपनी इराक नीति को लेकर निरंतर बात की है। ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि अमेरिका ’इराक में अच्छा कर रहा है।’ उनके इस बयान की कड़ी आलोचना हुई थी।
कुश्नर का इराक दौरे ऐसे समय में हो रहा है, जब अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि 17 मार्च को मोसुल में हुए हवाई हमले के पीछे अमेरिका का हाथ हो सकता है, जिसमें कई इराकी नागरिकों की जान गई थी। अमेरिका के नेतृत्व में आईएस के खिलाफ होने वाले हवाई हमलों में इराकी नागरिकों की मौतों को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।