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शी जिनपिंग दूसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने, पार्टी संविधान में नाम शामिल
By Deshwani | Publish Date: 24/10/2017 1:33:40 PM
शी जिनपिंग दूसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने, पार्टी संविधान में नाम शामिल

बीजिंग, (हि.स.)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक बार फिर देश के राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। इतना ही नहीं जिनपिंग का कद और बढ़ाते हुए उनका नाम कम्युनिस्ट पार्टी के संविधान में भी शामिल कर लिया गया है। यह जानकारी मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।

 

विदित हो कि लगातार दूसरी बार देश का सर्वोच्च नेता चुने जाने के साथ वह चीन के सबसे शक्तिशाली नेताओं में शुमार हो गए हैं। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने पिछले एक सप्ताह से चल रहे सम्मेलन के बाद 64 साल के जिनपिंग के दूसरे कार्यकाल पर मुहर लगा दी। कम्युनिस्ट पार्टी का यह सम्मेलन पांच साल में एक बार होता है। इस सम्मेलन में 2,350 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

 

चीनी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, जिनपिंग के वैचारिक योगदान के लिए सर्वसम्मति से उनका नाम पार्टी के संविधान में शामिल किया गया। अभी तक यह सम्मान कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओ जेदोंग और उनके उत्तराधिकारी देंग जियोपिंग को ही मिला था। सम्मेलन ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में संपन्न हुआ।

 

शी को हाल के वक्त में चीन का सबसे शक्तिशाली नेता समझा जाता है। वह राष्ट्रपति होने के साथ-साथ पार्टी और सेना के भी प्रमुख हैं। माना जाता है कि शी वर्ष 2022 में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत्त होंगे। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के पदक्रम में शी और प्रधानमंत्री ली क्विंग (62) क्रमश: पहले और दूसरे नंबर पर हैं। दोनों ही पांच-पांच साल के दो कार्यकाल के आधार पर शीर्ष नेतृत्व पर बने रहेंगे।

 

रिपोर्ट के अनुसार, देश पर शासन करने वाली पार्टी की सात सदस्यीय स्टैंडिंग कमेटी के लिए पांच नए सदस्य चुने जाएंगे जिसकी घोषणा बुधवार को की जाएगी। शी और ली ने वर्ष 2012 में सत्ता संभाली थी और दोनों नेता 2022 तक सत्ता में बने रहेंगे।

 

उधर, हांगकांग मीडिया के अनुसार, कांग्रेस में शी की राह शायद आसान ना हो, क्योंकि भ्रष्टाचार विरोधी व्यापक अभियान का नेतृत्व करने वाले शी के करीबी सहायक वांग क्विशान के स्टैंडिंग कमेटी से इस्तीफा देने की संभावना है। इससे इन अटकलों पर एक तरह से विराम लगता है कि उनके लिए 68 साल में सेवानिवृत्ति संबंधी नियम को दरकिनार किया जाएगा।

 

कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों की संख्या सात रखना चाहती है, जबकि शी इन सदस्यों की संख्या घटाकर पांच रखने के पक्षधर हैं। खबरों में कहा गया है कि सात सदस्यीय नई समिति पार्टी में विभिन्न गुटों के बीच अधिकारों का संतुलन बनाए रख सकती है। हालांकि शी स्टैंडिंग कमेटी में अपने कुछ करीबी सहयोगियों को शामिल कर शक्तिशाली बने रह सकते हैं।

 

बहरहाल, इस तरह की भी अटकलें हैं कि शी सेवानिवृत्ति की परंपरा को तोड़ सकते हैं और पार्टी में अपनी शक्तिशाली स्थिति को देखते हुए तीसरे कार्यकाल के लिए विचार कर सकते हैं। वह सीपीसी के संविधान में अपने विचारों को शामिल कर सकते हैं। कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओ जेदोंग और उनके उत्तराधिकारी देंग जियोपिंग ने ऐसा ही किया थ।

 

उल्लेखनीय है कि पूर्व चीनी नेता हू जिंताओ और जियांग ज़ेमिन ने भी अपने विचारों को संविधान में शामिल किया था, लेकिन माओ और देंग के विपरीत, उनके नाम शामिल नहीं किए गए थे। 

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