अंतरराष्ट्रीय
भारत, अमेरिका, जापान के बीच उत्तर कोरिया पर हुई चर्चा
By Deshwani | Publish Date: 19/9/2017 11:04:58 AMन्यूयॉर्क। भारत, अमेरिका और जापान ने बिना किसी देश का नाम लिए उत्तर कोरिया को परमाणु तकनीक मुहैया कराने वालों की पहचान करने और उसमें लिप्त देशों की जिम्मेदारी तय करने की जरूरत पर बल दिया है। तीनों देशों ने एशिया प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, कनेक्टिविटी एवं परमाणु खतरे को लेकर गहन विचार मंथन किया और इसके मद्देनजर आपसी सहयोग बढ़ाने के उपायों पर बातचीत की।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज,अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और जापान के विदेश मंत्री टी कोनो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर एक त्रिपक्षीय बैठक में भाग लिया जिसमें मुख्य रूप से उक्त तीन विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मंत्रियों ने नौवहन की स्वतंत्रता, अंतर्राष्ट्रीय कानून का सम्मान और विवादों का शांतिपूर्ण समाधान किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कनेक्टविटी पहल को लेकर ऐसी परियोजनाओं का अंतर्राष्ट्रीय नियमों पर आधारित होने, उनका विवेकपूर्ण वित्त पोषण होने और राष्ट्रीय संप्रभुता एवं प्रादेशिक अखंडता का सम्मान किये जाने के महत्व को रेखांकित किया गया।
स्वराज ने उत्तर कोरिया के हाल के कदमों की निंदा की और कहा कि उसे परमाणु तकनीक मुहैया कराने वालों की पहचान करने तथा उसमें लिप्त देशों की जिम्मेदारी तय करने की जरूरत है। तीनों मंत्रियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सहयोग बढ़ाने के व्यावहारिक उपाय तलाश करें।