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रोहिंग्या बच्चों को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान
By Deshwani | Publish Date: 18/9/2017 11:36:45 AM
रोहिंग्या बच्चों को जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान

संयुक्त राष्ट्र। म्यांमार से लाखों की संख्या में पलायन कर बंगलादेश पहुंच रहे रोहिंग्या शरणार्थियों के बच्चों को खसरा, रूबेला और पोलियो जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने टीकाकरण अभियान शुरू किया है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से कल यहां जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) 68 शरणार्थी शिविरों में रह रहे 15 वर्ष से कम उम्र के लगभग डेढ़ लाख रोहिंग्या बच्चों के टीकाकरण के लिए बंगलादेश के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे अभियान में सहयोग कर रहा है। 
 
डब्ल्यूएचओ के बंगलादेश प्रमुख नवरत्नासामी पारानिएथारन ने कहा, हम खुश हैं कि खसरे की संभावित महामारी फैलने से पहले हम टीकाकरण अभियान शुरू करने में सफल रहें। संरा स्वास्थ्य एजेंसी ने सात दिन का अभियान चलाया है जिसका प्रबंधन एवं निगरानी भी वही करेगी। यूनीसेफ इस अभियान के लिए वैक्सीन, सीरिज और विटामिन एक के कैप्सूल उपलब्ध कराएगा। 
 
यूनीसेफ के बंगलादेश प्रमुख एडवर्ड बिगबेडर ने कहा, खसरा बहुत संक्रामक और खतरनाक बीमारी है, खास तौर पर उन बच्चों के लिए जो पहले से कमजोर और कुपोषित हैं। हजारों बच्चे रोज सीमा पार कर बंगलादेश जा रहे हैं। ऐसे में जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के आकलन के मुताबिक 25 अगस्त को म्यांमार में भडक़ी हिंसा के बाद से अब तक चार लाख 10 हजार रोभहग्या शरणाथी बंगलादेश पहुंच चुके हैं जिनमें से 60 फीसदी बच्चे हैं। 
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