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आंत के कैंसर के इलाज में कारगर साबित हो सकते हैं प्रोबायोटिक्स
By Deshwani | Publish Date: 16/9/2017 4:10:07 PM
आंत के कैंसर के इलाज में कारगर साबित हो सकते हैं प्रोबायोटिक्स

ह्यूस्टन। स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाने वाले प्रोबायोटिक्स आंत के कैंसर के इलाज में कारगर साबित हो सकते हैं। आंत में पाये जाने वाले सूक्ष्म कीटाणुओं के असर को कम करने के लिए अगर प्रोबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जाए तो ये सूजन कम करके और मलाशय के ट्यूमर को खत्म करके आंत के कैंसर के इलाज में प्रभावकारी सिद्ध हो सकते हैं।
 
अमेरिका में टेक्सास चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल एंड कोलंबिया यूनिवर्सिटी के बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने चूहों पर किए अध्ययन में यह पाया है। शोधकर्ताओं ने जब चूहों के शरीर में हिस्टामिन पैदा करने वाले आंत के सूक्ष्म कीटाणु डाले तो उनमें सूजन कम हुई और ट्यूमर बनने में कमी आयी। चूहों में खुद से हिस्टामिन पैदा करने की क्षमता नहीं होती इसलिए उनके शरीर में हिस्टामिन डाले गए।
 
शोध के परिणामों से पता चला कि अगर आंत में पाये जाने वाले सूक्ष्म कीटाणुओं के असर को कम करने के लिए प्रोबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जाए तो ये आंत में सूजन से होने वाली बीमारी से जुड़ी बड़ी आंत के कैंसर को रोकने और उसके इलाज में कारगर साबित हो सकता है। बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर जेम्स वर्सालोविक ने कहा, ‘‘हम मानव शरीर में रहने वाले कीटाणुओं के अध्ययन कहलाने वाले माइक्रोबियम विज्ञान में प्रगति के दौर में है। इस अध्ययन से मानवीय बीमारी का पता लगाने और उसके इलाज में मदद मिलती है।’’ बैक्टीरिया, फफूंदी और वायरस जैसे कीटाणुओं के समूह जो मानव शरीर में रहते हैं, उन्हें माइक्रोबियम कहते हैं।
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