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मोदी की आर्थिक नीतियों की राहुल गांधी ने की आलोचना
By Deshwani | Publish Date: 12/9/2017 3:13:16 PM
मोदी की आर्थिक नीतियों की राहुल गांधी ने की आलोचना

वाशिंगटन। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों की आज कड़ी आलोचना करते हुये सरकार के नोटबंदी के निर्णय को अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने सरीखा बताया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसे खतरनाक निर्णय और जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी व्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये भारी नुकसान की वजह बने हैं।
 
गांधी दो सप्ताह लंबे अमेरिकी दौरे पर यहां आये हुए हैं। वह ‘समकालीन भारत एवं विश्व के इस सबसे बड़े लोकतंत्र के भविष्य’ पर बर्कले में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के छात्रों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आठ नवंबर का नोटबंदी का फैसला मुख्य आर्थिक सलाहकार या संसद की सलाह के बिना लिया गया। इससे अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी की देश को भारी कीमत चुकानी पड़ी है।
 
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘‘भारत के बेमिसाल संस्थागत ज्ञान को नजरअंदाज कर इस तरह का निर्णय लेना गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक था।’’ उन्होंने आगे कहा कि भारत में हर रोज 30 हजार नये युवा श्रम बाजार में पहुंच रहे हैं जबकि सरकार प्रति दिन के हिसाब से रोजगार के महज 500 अवसर मुहैया करा पा रही है।
 
उन्होंने कहा, ‘‘आर्थिक वृद्धि में गिरावट से आज देश में लोगों की नाराजगी बढ़ रही है। सरकार की नोटबंदी और हड़बड़ी में लाये गये जीएसटी अर्थव्यवसथा को भारी नुकसान हुआ है।’’ गांधी ने सरकार पर नोटबंदी के द्वारा लाखों लोगों को तबाह करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘नोटबंदी के परिणामस्वरूप लाखों छोटे कारोबार तबाह हो गये। किसान एवं अन्य लोग जो नकदी का इस्तेमाल करते हैं, बुरी तरह प्रभावित हुए। कृषि बुरी स्थिति में है और देश में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ रही हैं।’’ हालांकि, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि नोटबंदी का परिणाम अनुमान के मुताबिक ही रहा और इससे अर्थव्यवस्था को मध्यम तथा दीर्घ अवधि में फायदा होगा। जेटली का यह बयान तब आया जब रिजर्व बैंक ने कहा कि बंद किये नोटों में से 99 प्रतिशत बैंकिंग प्रणाली में लौट आये हैं। जेटली ने कहा था कि बैंकों में पैसे जमा होने का मतलब यह नहीं है कि यह सारा धन वैध है।
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