अंतरराष्ट्रीय
भारतीय मूल के चार व्यक्तियों ने अमेरिका में कॉल सेंटर घोटाले में शामिल होना स्वीकारी
By Deshwani | Publish Date: 9/9/2017 3:33:54 PMन्यूयॉर्क। भारतीय मूल के चार व्यक्तियों ने भारत से संचालित कॉल सेंटरों द्वारा अमेरिका में धन शोधन योजना और टेलिफोन के जरिए धोखाधड़ी में संलिप्तता की बात स्वीकार की है। न्यू जर्सी के निसर्ग पटेल (26), फ्लोरिडा के दिलीप कुमार रमनलाल पटेल (30) और एरीजोना के राजेश कुमार (39) ने धोखाधड़ी और धन शोधन की साजिश रचने की बात स्वीकार की है। दक्षिणी राज्य टेक्सास के अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट जज डेविड हिटनर के समक्ष याचिकाएं दाखिल कर आरोपियों ने दोष स्वीकारा। इन तीनों को अक्तूबर 2016 में गिरफ्तार किया गया था और तभी से वे संघीय हिरासत में हैं।
इसी से संबंधित मामले में, पेन्सिलवेनिया के दीपक कुमार संकलचंद पटेल ने भी धन शोधन करने की साजिश रचने की बात स्वीकार की है। उसे इसी वर्ष मई माह में गिरफ्तारी किया गया था, तभी से वह संघीय हिरासत में था। भारत से संचालित पांच कॉल सेंटरों के अलावा, निसर्ग, दिलीप और राजेश तथा 53 अन्य लोगों पर धन शोधन योजना के जरिए अमेरिकी लोगों को धोखा देने का आरोप है।
इन लोगों ने अपनी याचिकाओं में यह बात स्वीकार की है कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक योजना बनाई जिसमें अहमदाबाद स्थित कॉल सेंटर के लोग अमेरिका में रहने वाले लोगों को फोन लगाते थे और खुद को इंटर्नल रेवेन्यू सर्विस तथा सिटिजनशिप ऐंड इमीग्रेशन सर्विस का अधिकारी बताते थे।
डेटा दलालों तथा अन्य सूत्रों से वे लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर उन्हें धमकी देते थे कि यदि उन्होंने अमेरिकी सरकार का पैसा नहीं चुकाया तो उन्हें गिरफ्तारी, जेल, जुर्माने अथवा निर्वासन का सामना करना पड़ेगा।