ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
अंतरराष्ट्रीय
डीएसीए के रद्द होने के बाद भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से निष्कासन का भय
By Deshwani | Publish Date: 6/9/2017 4:13:05 PM
डीएसीए के रद्द होने के बाद भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से निष्कासन का भय

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल (डीएसीए) को रद्द करने के फैसले के बाद उन हजारों भारतीयों को देश से निकाले जाने का भय सता रहा है जिन्हें तब यहां अवैध रूप से लाया गया था जब वे बच्चे थे। एक दक्षिण एशिया एड्वोकेसी ग्रुप ने यह कहा।
 
साउथ एशियन अमेरिकन्स लीडिंग टूगेदर (एसएएएलटी) के एक अनुमान के अनुसार ऐसे भारतीयों की तादाद 20,000 से भी अधिक हो सकती है। अमेरिका के अटॉर्नी जनरल जेफ सेशंस ने कल ओबामा कार्यकाल के एक आम-माफी कार्यक्रम डेफर्ड एक्शन फॉर चिल्ड्रन अराइवल (डीएसीए) को रद्द करने की घोषणा की थी। इस कार्यक्रम के तहत ऐसे लोगों को कामकाज करने का परमिट दिया जाता है जिन्हें गैरकानूनी ढंग से तब देश लाया गया था जब वे बच्चे थे।
 
यह घोषणा पूर्वानुमानित थी, जिस पर देशभर में प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताया। एसएएएलटी की कार्यकारी निदेशक सुमन रघुनाथन ने कहा, ‘‘5,500 भारतीय एवं पाकिस्तानियों समेत 27,000 से अधिक एशियाई अमेरिकी नागरिकों को डीएसीए मिल चुका है और ऐसा अनुमान है कि भारत से 17,000 और पाकिस्तान से 6,000 नागरिक डीएसीए के लिए योग्यता रखते हैं। इस तरह भारत डीएसीए योग्यता रखने वाले शीर्ष दस देशों में आता है। ’’ उन्होंने कहा कि डीएसीए को रद्द करने के साथ इन नागरिकों को देश से वापस भेजा जा सकता है। लेकिन इसका फैसला प्रशासन करेगा।
 
एक वक्तव्य में साउथ एशियन बार एसोसिएशन (एसएबीए) के अध्यक्ष ऋषि बग्गा ने कहा, ‘‘ बेहतर भविष्य का सपना देखने वालों’’ को उनके माता पिता बेहतर जीवन की उम्मीद में यहां लेकर आये थे।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS