ने प्यी ता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भारत रखाइन प्रांत में हिंसा को लेकर म्यामां की चिंता से इत्तेफाक रखता है। उन्होंने सभी पक्षों से देश की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को संरक्षित रखने को कहा। उन्होंने म्यामां की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से मुलाकात की।
मोदी की म्यामां की पहली द्विपक्षीय यात्रा ऐसे समय हुई है जब रखाइन प्रांत में सेना के अभियान के बाद महज दो हफ्ते में बांग्लादेशी सीमा में 1,25,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थियों के पहुंचने पर म्यामां सरकार अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना कर रही है। प्रधानमंत्री ने सू की के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि भारत म्यामां के सामने खड़ी चुनौतियों के बीच उसके साथ खड़ा है।
मोदी और सू की ने बातचीत की तथा द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। वार्ता के बाद मोदी ने कहा कि रखाइन प्रांत में हिंसा के मुद्दे पर भारत म्यामां की चिंता से इत्तेफाक रखता है जहां निर्दोष लोगों और सैन्यकर्मियों की जान गई है। उन्होंने कहा कि बात जब शांति प्रक्रिया या समस्या को सुलझाने की होती है तो ‘‘हम चाहते हैं कि सभी पक्ष म्यामां की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को संरक्षित रखने की दिशा में काम करें।’
अमेरिका की वर्ष 2017 की शीर्ष 50 पोलिटिको की सूची में पांच भारतीय-अमेरिकियों ने बनाई अपनी जगह
वाशिंगटन। अमेरिकी राजनीति में अपना उल्लेखनीय योगदान देने वाले शीर्ष 50 पोलिटिको की 2017 की सूची में पांच भारतीय-अमेरिकियों का नाम भी शुमार है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली के अलावा इस सूची में ट्रंप प्रशासन में शीर्ष स्वास्थ्य सेवा एजेंसी की प्रमुख सीमा वर्मा, वकील नील कत्याल, अर्थशास्त्री अर्पणा माथुर और वकील नियोमी राव का नाम भी शामिल है।
मैगजीन की एक रिपोर्ट के अनुसार सूची में निक्की हेली को 22वां, सीमा को 26वां , अमेरिकी उद्यम संस्थान में अर्थशास्त्री अर्पणा को 32वां, होगन लोवेल्स में साझेदार नील कत्याल को 40वां और सूचना एवं नियामक मामलों के कार्यालय के निदेशक नियोमी राव को 42वां स्थान प्राप्त है। इस सूची में व्हाइट हाउस के पूर्व प्रमुख रणनीतिकार स्टीव बेनन शीर्ष और अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के स्पीकर आखिरी स्थान पर काबिज हैं।