अंतरराष्ट्रीय
म्यांमार में भड़की हिंसा, बच्चों को गोली मार रहे हैं सेना के जवान
By Deshwani | Publish Date: 5/9/2017 11:44:51 AMयंगून। 25 अगस्त से फैली हिंसा ने म्यांमार में वीभत्स रूप ले लिया है। रोहिंग्या मुसलमान और सुरक्षाबलों के बीच हुए संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोग मारे गये हैं। ह्यूमन राइट्स वॉच ने एक सैटलाइट तस्वीर जारी की है, जिसमें बताया गया है कि पिछले छह हफ्ते में रोहिंग्या मुसलमानों के 1,200 घरों को तोड़ दिया गया। 700 घरों को आग के हवाले कर दिया गया है। हिंसा से बचकर भागे चश्मदीदों ने बताया कि पश्चिमी राखीन राज्य में बार्म की सेना और पैरामिलिटरी फोर्स बच्चों को गोली मार दे रही है। चश्मदीद अब्दुल रहमान ने बताया कि मेरे भाई को मार दिया गया। सैनिकों ने उसे समूह के साथ जिंदा जला दिया।
सूत्रों के अनुसार, म्यामांर से सटी बांग्लादेश की सीमा के निकट कोक्स बाजार स्थित अस्पताल में कई रोहिंग्या शरणार्थियों को घायल अवस्था में भर्ती कराया गया है, जिनको गोलियां लगी हैं और हड्डियां टूटी हुई हैं। सभी घायल म्यांमार के पश्चिमी हिस्से से भागकर यहां पहुंचे हैं। डॉक्टरों की टीम ने बताया कि 27 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया कि 26-27 अगस्त को म्यांमार के सैनिकों ने उनके गांव में गोलीबारी की थी।
संयुक्त राष्ट्र ने अपने बयान में कहा कि 25 अगस्त के बाद म्यांमार से करीब 90,000 शरणार्थी बांग्लादेश पहुंचे हैं। इनमें ज्यादातर रोहिंग्या हैं। संघर्ष के बाद से हजारों मुस्लिम अल्पसंख्यक म्यांमार से भाग कर सीमा पर पहुंच गये हैं। करीब 20,000 लोग बांग्लादेश एवं म्यांमार के पश्चिमी प्रांत राखीन की सीमा पर पहुंचे हैं। बांग्लादेश में घुसने के इंतजार में हैं। करीब पांच सौ हिंदू भी कॉक्स बाजार पहुंचे हैं।