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उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने के लिए ट्रंप ने बदला पैंतरा
By Deshwani | Publish Date: 5/9/2017 11:20:29 AM
उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने के लिए ट्रंप ने बदला पैंतरा

वाशिंगटन। उत्तर कोरिया के परीक्षण से अगर कोई देश प्रभावित हुआ है तो सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने के लिए दक्षिण कोरिया को मजबूत बनाने का मन बना लिया है। ट्रंप ने मिसाइल पेलोड क्षमताओं पर से प्रतिबंध हटाने को 'सिद्धांतिक' मंजूरी दे दी है। व्हाइट हाउस ने ये जानकारी दी।

 
ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेए-इन से बातचीत के दौरान संयुक्त सैन्य क्षमता को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की और इसके साथ ही अमेरिका से अरबों डॉलर के हथियार खरीदने के लिए दक्षिण कोरिया को 'वैचारिक मंजूरी' दी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने वजन सीमा को खत्म करने और संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से उत्तरी कोरिया पर कड़े प्रतिबंध और दबाव लागू करने के लिए सहमति व्यक्त की।
 
उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम के परीक्षण पर अमेरिका ने कड़ी प्रतिक्र‍िया देते हुए साफ कहा कि अब बहुत हो चुका उत्‍तर कोरिया के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे। अमेरिकी राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया है। अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने कहा कि हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद अब संयुक्त राष्ट्र के रक्षा परिषद को उत्‍तर कोरिया के खि‍लाफ कड़े कदम उठाने की जरूरत है। उत्तर कोरिया के छठे परमाणु परीक्षण के बाद अमेरिका का रुख बेहद कड़ा है। खुद राष्ट्रपति ट्रंप भी उत्‍तर कोरिया को जवाब देने की बात कह चुके हैं। अमेरिकी राजदूत निकी हेली ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि 'मैं सुरक्षा परिषद के सदस्यों से कहूंगी, बस बहुत हो चुका।' उन्होंने यह भी कहा कि किम जोंग उन का कदम रक्षात्मक नहीं है। उत्तर कोरिया परमाणु शक्ति के रूप में मान्यता चाहता है और युद्ध की मांग कर रहा है।
 
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने इसके अलावा कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा रविवार को किए गए परमाणु परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया और अमेरिका और अधिक मिसाइल-रोधी रक्षा प्रणाली की तैनाती करेंगे। टर्मिनल हाई-एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (थाड) के दो प्रक्षेपक पहले ही सक्रिय हैं, लेकिन अमेरिकी प्रणाली के कारण पर्यावरण पर पड़ सकने वाले प्रभावों को लेकर जनता की चिंता की वजह से सोल को इसे निलंबित करना पड़ा था। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शेष चार लॉन्चरों को दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच चर्चा के बाद जल्दी ही अस्थायी तौर पर तैनात किया जाएगा. ऐसा उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते परमाणु एवं मिसाइल संबंधी खतरों से निपटने के लिए किया जाएगा।थाड लॉन्चर सोल के दक्षिण में 300 किलोमीटर दूर स्थित सियोंग्जू काउंटी में गोल्फ कोर्स से अमेरिकी सैन्य अड्डे में तब्दील किए गए स्थान पर हैं. इन तैनातियों से चीन चिढ़ गया है। वह लंबे समय से कहता आ रहा है कि इन तैनातियों से क्षेत्र में अस्थिरता आएगी। इसके जवाब में चीन ने सोल पर अनाधिकारिक आर्थिकि प्रतिबंध लगाए हैं।
 
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