वाशिंगटन, (हि.स.)। समूह ( एनएसजी) की सदस्यता हासिल करने की राह में भारत के लिए चीन काफी लंबे समय से बाधक बना हुआ है, लेकिन अब अमेरिकी पहल के बाद यह समस्या हल होने की उम्मीद जगी है। चीन के विरोध के बावजूद अमेरिका एनएसजी में भारत को प्रवेश दिलाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत को एनएसजी का हिस्सा बनाने के लिए अमेरिका इन दिनों हर विकल्प पर विचार कर रहा है। ह्वाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता को ट्रंप प्रशासन बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा मानता है। अमेरिका भारत के इस समूह में शामिल होने के प्रयास को अधिक सक्रियता से समर्थन देने के तरीकों पर विचार कर रहा है।
पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर उक्त अधिकारी ने कहा, “इस मुद्दे पर जल्द ही एक बैठक आयोजित की जाएगी। हम उन तरीकों पर विचार कर रहे हैं जिसमें भारत की एनएसजी में सदस्यता संबंधी प्रयास को अधिक सक्रियता से समर्थन दिया जा सकें, क्योंकि यह मामला अमेरिका के लिए अति महत्वपूर्ण है।”
यह मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 26 जून को ह्वाइट हाउस में हुई बैठक के दौरान भी उठा था। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि चीन के साथ इस मुद्दे को उठाया गया है या नहीं, यह उन्हें नहीं पता है, लेकिन इस मसले पर अमेरिका भारत के साथ है।