वाशिंगटन, (हि.स.)। डोकलाम ट्राई जंक्शन पर अमेरिकी प्रशासन पूर्व की स्थिति की बहाली चाहता है। ये बातें शनिवार को एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहीं।
उक्त वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी उम्मीद जताई है कि डोकलाम में चल रहे गतिरोध को लेकर भारत और चीन बातचीत कर एक शांतिपूर्ण समाधान निकाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका दोनों एशियाई देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच संप्रभुता के मुद्दे और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने को लेकर चिंतित है।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, अधिकारी ने कहा, “ हम डोकलाम में स्थिति पर बहुत सावधानी से नजर रख रहे हैं। हम चिंतित हैं। हमें उम्मीद है कि दोनों पक्ष इस मुद्दे का बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान निकाल सकते हैं। हम पहले की तरह यथास्थिति बहाल करने के पक्षधर हैं।”
अधिकारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर कहा, “हम भूटान की संप्रभुता के मुद्दे को लेकर भी चिंतित हैं। सीधे तौर पर कहें तो हम संप्रभुता के मुद्दे और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने को लेकर चिंतित हैं।”
विशेषज्ञों के अनुसार, चीन के अधिकारियों और सरकारी मीडिया के स्वर में पिछले कुछ माह में बेहद तल्खी आई है। नई दिल्ली ने बीजिंग के खिलाफ परिपक्व और मजबूत रुख अपनाया है। समझा जाता है कि इस मुद्दे पर नई दिल्ली वाशिंगटन तक नहीं पहुंची है। बहरहाल, एक करीबी मित्र के तौर पर अमेरिका स्थिति पर नजर रखे हुए है।
उन्होंने कहा, “ अमेरिका इसे भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय मुद्दे के तौर पर देखता है। लेकिन हम निश्चित रूप से क्षेत्र में शांतिपूर्ण रिश्ते देखना चाहते हैं। अगर अमेरिका इस स्थिति में कुछ भी मदद कर सकता है, तो हम इसके लिए तैयार हैं।”