वाशिंगटन, (हि.स.)। अफगानिस्तान में भारत की विकास संबंधी गतिविधियों पर इस्लामाबाद की चिंताओं को खारिज करते हुए अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान युद्ध प्रभावित देश में अपनी नीतियों को जारी रखने के लिए नई दिल्ली का इस्तेमाल एक बहाने के तौर पर कर रहा है। साथ ही आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को कड़ा संदेया दिया है।
राजनीतिक पत्रिका पॉलिटिको के अनुसार, रिपब्लिकन प्रतिनिधियों के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, “अफगानिस्तान में जो कुछ भारत कर रहा है, वह पाकिस्तान के लिए खतरा नहीं है। वे ना तो सैन्य ठिकाने बना रहे हैं और ना ही सैनिकों की तैनाती कर रहे हैं।”
पाकिस्तान ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक के बाद ट्रंप के आरोपों को खारिज करते हुए अपनी सफाई दी थी और कई अनर्गल मुद्दे उठाए थे।
दरअसल, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता माइकल एंटन पाकिस्तान के आरोपों और भय से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे। पाकिस्तान के आरोपों का तात्पर्य यह है कि भारत अफगानिस्तान के माध्यम से उसे घेर रहा है। अमेरिकी पत्रिका पॉलिटिको के अनुसार, उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान की ओर से बनाया गया एक ‘बहाना’ है।
इस संबंध में जब टिलरसन से पूछा गया कि अमेरिकी रणनीति में पाकिस्तान पर हमला करना भी शामिल होगा, तो उन्होंने कहा, “मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा कि इसमें क्या-क्या शामिल हो सकता है, लेकिन राष्ट्रपति इस बात को लेकर स्पष्ट रहे हैं कि हम अमेरिकी सैनिकों की रक्षा करेंगे।”
उन्होंने कहा, “आतंकी कहीं भी रहते हों, हम उनपर हमला करेंगे। हमने लोगों से कह दिया है कि यदि आप आतंकियों को शरणस्थली उपलब्ध करवा रहे हैं तो सचेत हो जाइए। हम आतंकियों को शरणस्थली उपलब्ध करवाने वाले लोगों से कहेंगे कि वे जो कुछ कर रहे हैं, उसे बदलें और हमारी मदद करें ताकि हम उनकी मदद कर सकें।”
टिलरसन ने कहा , “ मेरा मानना है कि अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता हासिल होने से अफगान लोगों के अलावा अगर कोई बड़ा लाभार्थी है तो वे हैं पाकिस्तान के लोग। उन्हें किसी भी अन्य देश से ज्यादा लाभ होगा।”