बीजिंग, (हि.स.)। चीन ने डोकलाम गतिरोध के जल्दी हल निकलने के भारतीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की उम्मीद को खारिज करते हुए कहा है कि भारत को बिना शर्त अपनी सेना हटानी ही होगी। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि सोमवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह उम्मीद जताई थी कि चीन इस मसले को हल करने के लिए कुछ 'सकारात्मक कदम' उठाएगा।
उन्होंने कहा था कि डोकलाम गतिरोध का जल्दी ही कोई हल निकलेगा और भारत ने कभी भी किसी देश पर न तो कोई हमला किया है और न ही उसका कोई विस्तारवादी स्वभाव है। राजनाथ सिंह ने उम्मीद जाहिर की थी कि इस गतिरोध को दूर करने के लिए चीन कुछ सकारात्मक कदम उठाएगा।
लेकिन मंगलवार को चीन ने भारतीय गृह मंत्री की इस उम्मीद को धता बताते हुए फिर से दुष्प्रचार का सहारा लिया है। चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना ने 'अवैध तरीके से सीमा पार किया है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, “ भारत ने डोकलाम में चीनी सड़क निर्माण गतिविधियों को रोकने के लिए हास्यास्पद तर्क दिए हैं। इसलिए इस समस्या को दूर करने के लिए बस एक पूर्व शर्त है कि भारत अपने सैनिक और साजो-सामान बिना शर्त हटाए।”
गौरतलब है कि सिक्किम सीमा सेक्टर के पास डोकलाम में भारत और चीनी सेना दो महीने से भी ज्यादा समय से आमने-सामने हैं। यह गतिरोध तब शुरू हुआ जब इस इलाके में चीनी सेना द्वारा किए जाने वाले सड़क निर्माण कार्य को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया।
भारत की चिंता यह है कि अगर चीन डोकलाम में सड़क बनाने में कामयाब रहता है तो उसके लिए कभी भी उत्तर-पूर्व के हिस्से तक शेष भारत की पहुंच को रोक देना आसान हो जाएगा। डोकलाम इलाके को भूटान अपना मानता है, लेकिन चीन का दावा है कि यह उसके क्षेत्र में आता है।